उत्तर प्रदेश के सहारनपुर (Saharanpur) में दलित युवक के माथे पर एसिड से त्रिशूल बनाए जाने के मामले में SSP सहारनपुर का बयान सामने आया है. इस मामले में SSP सहारनपुर ने बताया कि दलित व्यक्ति के माथे पर एसिड से त्रिशूल बनाने की घटना के संबंध में मेडिकल टेस्ट कराए जाने पर एसिड का होना नहीं पाया गया है. उन्होंने बताया कि ये विवाद पैसों के लेन देन को लेकर है.
बता दें, सहारनपुर में दलित युवक के माथे पर एसिड से त्रिशूल जैसा चौंकाने वाला मामला सामने आया था. आरोप था कि कुछ दबंगों ने एक युवक के माथे पर तेजाब से त्रिशूल बना दिया. पीड़ित ने इस मामले को लेकर पुलिस के अधिकारियों से भी शिकायत दर्ज कराई थी. जिसकी पुलिस जांच कर रही थी.
माथे पर तेजाब से त्रिशूल बनाने का आरोप
दरअसल, ये घटना सहारनपुर के सदर बाजार थाना इलाके की थी. जहां, एक दलित युवक ने आरोप लगाया था कि कुछ दबंग लोगों ने उसके माथे पर तेजाब से त्रिशूल बना दिया और गाल पर हैप्पी होली लिख दी. पीड़ित ने आरोप लगाया था कि होली के दिन शराब का गिलास गिरने से दबंग नाराज हो गए थे, जिसके बाद उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया.
होली के दिन गलती से गिर गई थी शराब से भरी गिलासः पीड़ित युवक
पीड़ित युवक ने बताया था कि होली के दिन गलती से शराब की गिलास पर पैर लग गया था, जिसकी वजह से गिलास में भरी शराब गिर गई थी. पीड़ित युवक का आरोप था कि सदर बाजार पुलिस आरोपियों के साथ मिलकर समझौता करने का दबाव बना रही थी.
पीड़ित युवक सहारनपुर के काशीराम कॉलोनी का रहने वाला है. उसने एसएसपी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई थी.
एसिड से नहीं बनाया गया माथे पर त्रिशूलः सहारनपुर SSP
इस मामले में अब SSP सहारनपुर का भी बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि जो आरोप लगाए गए थे कि एसिड से त्रिशुल बनाया गया है वो गलत है क्योंकि डॉक्टरी परीक्षण में एसिड का होना नहीं पाया गया है. ये मामला पैसों के लेन देन से संबंध है, जिसकी वजह से दोनों पक्ष में विवाद हुआ है.
(हैलो दोस्तों! हमारे Telegram चैनल से जुड़े रहिए यहां)