भागलपुर में हिंदू नववर्ष के मौके पर हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजित शाश्वत को पुलिस ने पटना से गिरफ्तार कर लिया है. अरिजित को पहले गांधी मैदान पुलिस स्टेशन ले जाया गया.
खबरों के मुताबिक, अब उन्हें भागलपुर ले जाया जा रहा है. उनके ऊपर 17 मार्च को भागलपुर में एक जुलूस के दौरान सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप है.
जमानत याचिका हो गई थी खारिज
इससे पहले भागलपुर की एक अदालत ने शनिवार को अरिजीत शाश्वत की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी. शाश्वत के वकील वीरेश कुमार मिश्रा ने बताया कि अदालत ने एक लाइन में आदेश सुनाते हुए कहा कि अरिजीत शाश्वत की याचिका खारिज की जाती है.
एक सप्ताह पहले अपने खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद शाश्वत ने अदालत का रुख किया था.
शनिवार को भागलपुर के एसएसपी मनोज कुमार ने कहा था, ‘‘शाश्वत का पता लगाने के लिये हमलोग भागलपुर और बिहार के अन्य इलाकों में छापे मार रहे हैं.'' उन्होंने बताया कि शाश्वत का मोबाइल फोन बंद आ रहा था.
गिरफ्तारी वारंट था जारी
17 मार्च को दो समुदायों के बीच हिंसा भड़कने के संबंध में भागलपुर के नाथनगर पुलिस थाना में दर्ज एक प्राथमिकी में शाश्वत और आठ अन्य आरोपियों के नाम शामिल हैं, जिसके आधार पर उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों को आगाह किया है कि वे सांप्रदायिक उन्माद विशेषकर सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों से दूर रहें.
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