उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ शुक्रवार को हिंसा और जिलों में फैल गयी. जुमे की नमाज के बाद कई जिलों में बवाल हुआ. पूरे राज्य के कई शहरों में हुई हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई. फिरोजाबाद में गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई है, वहीं मेरठ और संभल में भी एक-एक मौत की खबर है. इस हिंसा में 50 पुलिसवाले भी गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.
पुलिस की मौजूदगी के बावजूद फिरोजाबाद के साथ ही गोरखपुर, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बहराइच, मुजफ्फरनगर, कानपुर, उन्नाव, भदोही में भीड़ ने उग्र विरोध प्रदर्शन हुआ. कानपुर में उपद्रवियों ने पुलिस पर पथराव किया. पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े.
अधिकारियों ने बताया कि राजधानी लखनऊ और अलीगढ़ में कुल मिलाकर शांति रही, जहां एक दिन पहले गुरूवार को उपद्रवियों ने जमकर हिंसा की थी. अलीगढ में प्रशासन ने रेड एलर्ट घोषित कर रखा है.
पुलिस ने भांजी लाठी
बहराइच के घंटा घर चौक में कुछ लोगों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. इस दौरान लोगों ने नारेबाजी की. पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की, तो मौजूद कुछ उपद्रवियों ने उन पर पथराव कर दिया, जिसके बाद पुलिस ने जमकर लाठी भांजी है. इसके अलावा अमरोहा में भी पथराव हुआ है. बुलंदशहर में लोगों ने पुलिस पर पथराव कर तोड़फोड़ की.
उन्नाव और फरुखाबाद में भी उग्र विरोध प्रदर्शन की खबर है. उन्नाव में प्रदर्शनकारी पुलिस से भिड़ गए. इसके बाद पुलिस ने उनसे निपटने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. पूरे शहर में पीएसी और रैपिड एक्शन फोर्स तैनात हैं.
बिजनौर और भदोही में भी प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल किया है. फिलहाल, सभी जगह स्थिति कंट्रोल में है, लेकिन तनाव बरकरार है. बता दें, पूरे यूपी में धारा-144 लागू है और कई जगहों पर इंटरनेट सेवा भी बंद है.
अफवाहें रोकने के मकसद से अलीगढ, मउ, आजमगढ, लखनऊ, कानपुर, बरेली, शाहजहांपुर, गाजियाबाद, बुलंदशहर और संभल समेत लगभग दर्जन भर जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद हैं.
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