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मुंबई को कोरोना वायरस के कहर से बचाने के लिए 5 जगहों को किया सील

कन्टेनमेंट जोन के अंदर के क्लस्टर और हाई रिस्क कॉन्टैक्ट एरिया

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मुंबई यानी देश का वो शहर जहां सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित हैं. अब यहां के पांच इलाकों को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. न कोई आ सकता है, न कोई बाहर निकल सकता है. इन्हें कन्टेनमेंट जोन नाम दिया गया है. यहां तक यहां जरूरी चीजों के लिए भी निकलने की इजाजत नहीं है. जरूरत पड़ने पर पुलिस यहां खुद जरूरी सामान पहुंचा रही है. कोरोना के संक्रमण के लिहाज से इन इलाकों को बेहद संवेदनशील माना जा रहा है.

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कन्टेनमेंट जोन के अंदर के भी अति संवेदनशील जगहों को क्लस्टर और हाई रिस्क कॉन्टैक्ट एरिया मार्क किया गया है. जोन के आसपास के इलाके को बफर जोन कहा गया है.

मुंबई में कहां-कहां कन्टेनमेंट जोन?

कन्टेनमेंट जोन के अंदर के क्लस्टर और हाई रिस्क कॉन्टैक्ट एरिया
वर्ली कोलीवाड़ा में कन्टेनमेंट जोन का मैप
(फोटो: रौनक कुकड़े/क्विंट हिंदी)
  • वर्ली इलाके का कोलीवाड़ा- यहां 11 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. चिंता की बात ये है कि इनमें से कई लोगों की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है. तो जांच की जा रही है कि संक्रमित लोग क्या किसी के संपर्क में आए थे. यहां के 108 लोगों को क्वॉरन्टीन किया गया है.
  • प्रभादेवी की एक चॉल - यहां रहने वाली एक 65 साल की महिला जो मेस चलाती थी, उन्हें पॉज़िटिव पाया गया. इसके बाद यहां 12 और मामले सामने आए हैं.
  • कलीना का जामलीपाड़ा - यहां भी क़रीब 5 लोग संक्रमित हुए हैं
  • गोरेगांव के बिंबिसार नगर की सोसाइटी - यहां तीन लोग संक्रमित पाए गए हैं.
  • कांदिवली लोखंडवाला, घाटकोपर का निलकंठ अपार्टमेंट - दो लोग संक्रमित पाए गए हैं

कन्टेनमेंट जोन में क्या हो रहा है?

इन इलाकों में BMC युद्ध स्तर पर लोगों की स्क्रीनिंग कर रही है. हर व्यक्ति से हो रही है कि उनका कहां आना-जाना होता है. जो पॉजिटिव पाए गए हैं उनसे मिलने जुलने वालों की भी जांच हो रही है. यहां जिन 108 लोगों को क्वॉरन्टीन किया गया उनमें 60 साल से ऊपर के लोग और बीपी, शुगर ,हाइपर टेंशन या सर्दी खांसी जुकाम की शिकायत वाले लोग हैं. क्वॉरन्टीन करने के लिए BMC को घंटों मशक्कत करनी पड़ी. काफी समझाने पर लोग तैयार हुए.

BMC के अफसरों के मुताबिक वर्ली कोलीवाड़ा में सबसे ज्यादा प्रभावित हैं. यहां 30 हजार लोगों के आने-जाने पर पाबंदी है. बुधवार को यहां लोगों के घर दूध-सब्जी और रसोई गैस पहुंचाई गई.
  • कन्टेनमेंट जोन - नियमों के मुताबिक ये 3 से 5 किलोमटर का इलाका हो सकता है. जिस इलाके में कोई पॉजिटिव केस हो. यहां आने-जाने की इजाजत नहीं
  • क्लस्टर - क्लस्टर कन्टेनमेंट जोन के अंदर का इलाका है, जहां किसी पॉजिटिव व्यक्ति से एक दो लोगों को संक्रमण हुआ है. ये कोई इमारत हो सकती है या छोटा सा इलाका भी हो सकता है.
  • हाई रिस्क कॉन्टैक्ट एरिया - ऐसी सार्वजनिक जगहें जहां संक्रमित लोग गए हों. इन जगहों पर आने वाले तमाम लोगों की जांच होगी, चाहें लक्षण हों या न हों.
  • बफर जोन - कन्टेनमेंट जोन के आसपास का इलाका..

प्रभादेवी में एक महिला के संक्रमित होने के बाद चॉल के पास दूसरी इमारत में रहने वाले हर व्यक्ति की जांच की जा रही है. साथ ही इलाके को सैनेटाइज किया जा रहा है. बिम्बीसारर नगर की 8 इमारतों को कन्टेनमेंट जोन में रखा गया है. यहां एक ही परिवार के दो लोग संक्रमित पाए गए. उसके बाद 300 फ्लैट में रहने वाले लोगों पर पाबंदियां लागू की गई हैं. यहां बिना किसी ठोस कारण के लोगों के आने-जाने पर रोक है. कलीना जामलीपाड़ा स्लग में रहने वाले एक शख्स से एक डॉक्टर और पांच स्टाफ संक्रमित हुए. ये शख्स इटली गया था.

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