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चक्रवाती तूफान ‘तितली’ ने लिया भयानक रूप, हाई अलर्ट जारी

चक्रवाती तूफान ‘तितली’ के अगले 18 घंटे के दौरान भयानक रूप लेने की आशंका है.

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राज्य
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बंगाल की खाड़ी पर बन रहे दबाव की वजह से आए चक्रवाती तूफान ‘तितली' ने बुधवार को भयानक रूप ले लिया. ये तूफान ओडिशा-आंध्र प्रदेश तट की ओर बढ़ रहा है, जिससे ओडिशा के कई हिस्सों में बारिश हुई. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, चक्रवातीय तूफान 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ गुरुवार सुबह तक ओडिशा के गोपालपुर और आंध्र प्रदेश के कलिंगापत्तनम के बीच पहुंचने की आशंका है.

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इस बीच 11 और 12 तारीख को भुवनेश्वर, कटक, ढेकानाल, संबलपुर, खुर्दा और बरहमपुर में आयोजित होने वाले रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड (RRB) के एग्जाम को रद्द कर दिया गया है. एग्जाम की अगली तारीख के बारे में आवेदकों को मोबाइल पर मैसेज भेज दिया जाएगा.

मौसम विभाग ने एक बयान में कहा, ‘‘तितली 10 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ आगे बढ़ा और उसने बेहद तेज चक्रवातीय तूफान का रूप ले लिया. यह ओडिशा में गोपालपुर से करीब 370 किमी दूर दक्षिण-पश्चिम में बंगाल की खाड़ी के पश्चिम मध्य क्षेत्र पर मंडरा रहा है.''

भारी बारिश की चेतावनी

बयान में कहा गया कि चक्रवात के अगले 18 घंटे के दौरान और विकराल रूप लेने की आशंका है. चक्रवात के उत्तर-पश्‍च‍िमोत्तर की ओर बढ़ने और गुरुवार सुबह तक गोपालपुर और कलिंगापत्तनम के बीच ओडिशा और आंध्र प्रदेश के उत्तरी तट को पार करने की आशंका है.

भुवनेश्वर में मौसम केंद्र के निदेशक एचआर बिस्वास ने बताया कि इसके बाद चक्रवात के ओडिशा पार करके पश्चिम बंगाल के गंगा तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ने की आशंका है. उसके बाद यह धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा.

तटीय ओडिशा के कुछ इलाकों में बुधवार को बारिश हुई. मौसम विभाग ने गुरुवार तक कई इलाकों में ‘भारी से बहुत भारी बारिश' और कुछ इलाकों में ‘बहुत ज्यादा भारी बारिश' का अनुमान जताया है.

मौसम विभाग ने मछली पकड़ने के लिए न जाने और तट पर रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी है. मछुआरों को शुक्रवार तक समुद्र में न उतरने की सलाह दी गई है. ओडिशा सरकार राज्य में भारी बारिश के मद्देनजर बाढ़ की आशंका को लेकर भी सतर्क है. राज्य सरकार ने सभी जिलों में पहले ही हाई अलर्ट घोषित कर दिया है.
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एहतियात के तौर पर बंदोबस्त

अधिकारियों ने बताया कि जिलाधिकारियों को सतर्क रहने और निचले इलाकों मे रह रहे लोगों को वहां से हटाने के लिए कहा गया है. राज्य सरकार ने बुधवार से गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में स्कूलों, कॉलेजों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद करने के आदेश दिए हैं. बाढ़ की आशंका के चलते 11 अक्टूबर तक करीब 300 मोटरचालित नावों का बंदोबस्त किया गया है.

मुख्य सचिव एपी पाधी ने बताया कि एनडीआरएफ की टीमों और ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स (ODRAF) के साथ दमकल कर्मियों को विभिन्न जिलों में भेजा गया है. साथ ही एयरफोर्स और नेवी को किसी भी आपात स्थिति में मदद देने को तैयार रहने के लिए कहा गया है.

(इनपुट: भाषा)

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