एनसीपी चीफ शरद पवार ने केंद्र सरकार और पीएम मोदी पर बड़ा हमला बोला है. शरद पवार का कहना है कि दिल्ली में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्र के पास है,. ऐसे में दिल्ली में हुई हिंसा के जिम्मेदार पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह हैं. पवार ने केंद्र सरकार पर राजनीतिक फायदे के लिए ध्रुवीकरण करने का आरोप लगाया है.
एक तरफ अमरीका के राष्ट्रपति का स्वागत किया जाता है दूसरी तरफ समाज के एक वर्ग पर हमले कर समाज को तोड़ने की साजिश हो रही है,शरद पवार
राष्ट्रीय राजधानी पिछले कुछ दिनों से जल रही है. केंद्र में सत्तारूढ़ दल दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं जीत सका इसलिए उन्होंने सांप्रदायिकता को बढ़ावा देकर समाज को विभाजित करने का प्रयास किया.शरद पवार
पवार ने ये भी कहा कि पीएम मोदी, अमित शाह और बीजेपी के कुछ नेताओं ने अपने बयानबाजी के जरिए तनाव फैलाने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि सत्ता जनता की रक्षा के लिए लिए होती है लेकिन बीजेपी के कुछ मंत्री सत्ता में रहते हुए 'गोली मारो' जैसे भद्दे बयान देकर लोगों को उकसाने का काम कर रहे हैं,
देश के कई राज्यों में जातिवाद है ध्रुवीकरण जैसे मुद्दों को उठाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है. मुझे लगता है कि ऐसी शक्तियों को सत्ता से दूर रखने के लिए सभी को साथ आने की जरूरत है.शरद पवार
दूसरी तरफ, कांग्रेस दिल्ली में हुई हिंसा का मामला सोमवार को संसद में पूरे जोरशोर से उठाने की तैयारी में है. कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा है कि इस मामले में दिल्ली पुलिस की नाकामी के कारण उनकी पार्टी अमित शाह के इस्तीफे की मांग करेगी.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा,
‘‘सरकार कानून व्यवस्था की स्थिति को बरकरार रखने में पूरी तरह से नाकाम रही है, मुझे लगता है कि दंगा फैलाने वालों और पुलिस अधिकारियों के एक वर्ग की मिलीभगत हो सकती है जिसकी वजह से हुयी भीषण हिंसा ने पूरी दुनिया में हमारी (भारत की) छवि को दागदार बना दिया है,हम सभी के लिए यह गंभीर चिंता का विषय है.’’
बता दें कि 2 मार्च से बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होने जा रहा है.
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