नागरिकता कानून पर AMU में बवाल,योगी ने की शांति बनाए रखने की अपील
नागरिकता कानून के खिलाफ दिल्ली में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी कैंपस के बाहर भी प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई. इसमें प्रदर्शनकारियों के पथराव के बाद आंसू गैस के गोले दागे गए.
हालांकि स्थिति को जल्द ही काबू कर लिया गया, अजय आनंद, अलीगढ़ में एडीजी लॉ एंड आर्डर ने बताया कि हमारे जवान तैनात हैं और स्थिति नियंत्रण में है. कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.
AMU में हो रहे हिंसा के बिच सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने और नागरिकता संशोधन अधिनियम के बारे में अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. उन्होंने आगे कहा की हम प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है, और इसके लिए,जरूरी है कि सभी नागरिक कानूनों का पालन करें.
निर्भया के हत्यारों को फांसी देना चाहती हैं वर्तिका सिंह
निशानेबाज वर्तिका सिंह ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को खून से लिखे पत्र में निर्भया दुष्कर्म मामले के चार दोषियों को अपने हाथों फांसी की सजा देने की इच्छा जाहिर की है. वर्तिका सिंह ने कहा कि वह चारों दोषियों को अपने हाथ से फांसी देकर समाज को एक संदेश देना चाहती हैं.
उन्होंने आगे कहा कि वह अपनी इस पहल के लिए अभिनेत्रियों, सांसदों और दूसरी शख्सियतों का समर्थन चाहती हैं.
महिलाओं से बदतमीजी पर दूल्हे को लौटाया
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बारात लेकर आए दूल्हे ने वधू पक्ष की महिलाओं के साथ बदतमीजी की, जिसके बाद बारात को बिन दुल्हन लौटना पड़ा. यह घटना मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली गांव में शनिवार को घटी.
समस्या तब शुरू हुई जब रिवाज के अनुसार, वधू पक्ष की महिलाओं ने दूल्हे के जूते चुरा लिए और पैसे मांगने लगीं.
‘जूता चुराई’ की रस्म जिसे हल्के-फुल्के मजाकिया अंदाज में मनाया जाता है, उसने दूल्हा बने विवेक कुमार को खीझ दिला दी और दूल्हे ने महिलाओं के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग कर दिया.
गुस्साए दूल्हे को देख वधू के परिजन उसे शांत कराने लगे, जिससे वह और भड़क गया और एक व्यक्ति को चांटा भी मार दिया. इस घटना के बारे में दुल्हन को जैसे ही पता चला, उसने शादी तोड़ दी. पूरी बारात को वापस भेज दिया गया, लेकिन दूल्हे, दूल्हे के पिता और दो रिश्तेदारों को उन्होंने बंदी बना लिया.
पुलिस द्वारा मामले में हस्तक्षेप किए जाने के बाद दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ. दुल्हन ने दूल्हे के परिवार से दहेज के तौर पर लिए गए 10 लाख रुपये लौटाने के लिए कहा.
“किसी भी पक्ष से मामला दर्ज नहीं कराया गया है. दुल्हन पक्ष और दूल्हा पक्ष ने पुलिस स्टेशन के बाहर ही समझौता कर लिया.”वीरेंद्र कसाना , स्टेशन हाउस ऑफिसर
इस मामले में हस्तक्षेप करने वाले गांव के बुजुर्गों में से एक भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के प्रमुख नरेश टिकैत ने कहा कि दुल्हन ने अनुरोध के बावजूद इस दूल्हे से शादी करने से मना कर दिया.
छात्रा से दुष्कर्म को लेकर 6 पर मामला दर्ज
उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के मधुबन पुलिस सर्किल के तहत कक्षा 10वीं की छात्रा से कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म को लेकर छह युवकों पर मामला दर्ज किया गया है. मऊ पुलिस अधीक्षक (एसपी) अनुराग आर्य के अनुसार, मुख्य आरोपी के साथ दो अन्य को रविवार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया, जबकि बाकी के युवाओं को पकड़ने के प्रयास जारी हैं.
यह घटना शुक्रवार को हुई, जब कक्षा 10वीं की छात्र अपने घर से सुबह 9 बजे निकली और देर शाम तक घर नहीं लौटी.
“रात करीब 10 बजे लड़की के परिवार के सदस्य को एक कॉल आई कि उससे छह युवकों ने दुष्कर्म किया है और वे उसे छोड़कर फरार हैं.”अनुराग आर्य,एसपी
परिवार के सदस्य मौके पर पहुंचे और लड़की को घर लाए. एसपी ने बताया कि “जब लड़की होश में आई तो उसने घटना की जानकारी दी. इसके बाद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और शनिवार को छह युवकों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई, जिसमें चार नामजद हैं.”
आरोपियों के खिलाफ आईपीसी व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है.
फतेहपुर कांड : लड़की की बात झुठलाने की कोशिश
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के हुसेनगंज थाना क्षेत्र में शनिवार को एक लड़की को कथित रूप से दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाने की कोशिश के मामले में प्रशासन पीड़िता की बात को नजरअंदाज करके मामले को छुपाने में जुट गया है. पीड़ित लड़की जहां दुष्कर्म के बाद जिंदा जलाने की कोशिश की बात खुलकर कह रही है, वहीं अधिकारी यह साबित करने में जुट गए हैं कि प्यार में धोखा खाने के बाद लड़की ने 'आत्मदाह की कोशिश' की.
18 साल की दलित लड़की ने शनिवार को जिला अस्पताल में मीडिया को साफ तौर पर बताया था कि उसके पड़ोसी युवक मेवालाल ने दुष्कर्म करने के बाद उस पर मिट्टीतेल छिड़क कर आग लगा दी. पीड़िता के पिता का कहना है कि वह मजदूरी करने गया था और परिवार के दूसरे लोग भी काम पर चले गए थे. उनकी बेटी घर में अकेली थी, उसी दौरान पड़ोस के युवक ने इस वारदात को अंजाम दिया. उनका आरोप है कि पुलिस ने उन्हें अपनी बेटी से मिलने तक नहीं दिया.
सूत्र बताते हैं कि महिला थानाध्यक्ष नमिता सिंह ने अपने मोबाइल फोन पर पीड़िता का जो बयान रिकार्ड किया है, उसमें भी पीड़िता ने दुष्कर्म के बाद जलाए जाने की बात कही है. साथ ही नायब तहसीलदार को दिए बयान में भी उसने यही दोहराया है.
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