कर्नाटक की राजनीति में इन दिनों सेक्स सीडी का मुद्दा सुर्खियों में बना हुआ है. बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री रमेश जारकीहोली पर नौकरी दिलाने के बहाने सेक्स संबंध बनाने का आरोप लगा है. 2 मार्च को कथित सेक्स सीडी सामने आने के बाद रमेश जारकीहोली मंत्री पद से इस्तीफा दे चुके हैं.
इस मामले में आए दिन नए खुलासे हो रहे हैं. बीजेपी नेता रमेश जारकीहोली ने सेक्स सीडी को लेकर कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष डी के शिवकुमार पर आरोप लगाया है कि वे राजनीतिक बदले की भावना से उन्हें इस केस में बदनाम कर रहे हैं. आइये समझते हैं कि क्या है ये पूरा मामला और अब तक क्या कुछ हुआ?
कैसे शुरू हुआ सेक्स सीडी विवाद?
2 मार्च को कर्नाटक के स्थानीय समाचार चैनलों में सेक्स क्लीप प्रसारित हुई, जिसमें रमेश जारकीहोली एक अज्ञात महिला के साथ दिखाई दिए. यह क्लीप सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. इसके बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु पुलिस से शिकायत की और रमेश जारकीहोली पर आरोप लगाए. इस विवाद के तूल पकड़ने के बाद 3 मार्च को रमेश जारकीहोली ने मंत्रीपद से इस्तीफा दे दिया.
रमेश जारकीहोली के खिलाफ सेक्स सीडी केस में शुरुआती जांच में पुलिस ने क्या किया?
इस सेक्स सीडी के सामने आने के बाद शिकायत के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की. हालांकि पुलिस ने रमेश जारकीहोली के खिलाफ औपचारिक तौर पर कोई शिकायत दर्ज नहीं की. क्योंकि सीडी की सत्यता पर कई सवाल उठ रहे थे.
सेक्स सीडी केस में क्या नए खुलासे हुए?
इस केस सेक्स सीडी को बीजेपी नेता रमेश जारकीहोली ने अपने खिलाफ साजिश करार दिया. 9 मार्च को जारकीहोली ने आरोप लगाया कि यह केस पूरी तरह से प्रायोजित और उन्हें बदनाम करने के लिए फर्जी सीडी बनवाई गई. जारकीहोली ने दावा किया इस फर्जी सीडी के लिए उनसे 5 करोड़ मांगे गए थे.
इस मामले की जांच के लिए 12 मार्च को बीजेपी सरकार ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन किया. वहीं 13 मार्च को रमेश जारकीहोली ने पुलिस शिकायत दर्ज करवाई और कहा कि सीडी के जरिए ब्लैकमेल करके उनसे पैसों की मांग की जा रही है.
वहीं 16 मार्च को सीडी में दिखी महिला के माता-पिता ने पुलिस से शिकायत की और कहा कि उनकी बेटी का अपहरण कर लिया गया.
सेक्स सीडी केस में पीड़ित महिला और परिवार का क्या हुआ?
सेक्स सीडी केस में पीड़ित महिला ने एक वीडियो मैसेज के जरिए रमेश जारकीहोली पर नौकरी के बदले शारीरिक संबंध बनाने का आरोप लगाया. हालांकि बाद में महिला ने इससे इनकार कर दिया.
पीड़ित महिला के परिवार ने कहा कि इस वीडियो क्लीप में उनकी बेटी नहीं है, बल्कि उसकी हमशक्ल का इस्तेमाल किया गया है. 27 और 29 मार्च को महिला के माता-पिता और भाइयों ने मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी को शिवकुमार के समर्थक कंट्रोल कर रहे हैं.
जारकीहोली और शिवकुमार राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी
कर्नाटक की राजनीति में रमेश जारकीहोली बेलगावी में अपना रसूख रखते हैं. वहीं डी के शिवकुमार दक्षिण कर्नाटक में काफी लोकप्रिय हैं. इन दोनों नेताओं का कर्नाटक की राजनीति में अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभुत्व है और ये काफी समय से एक-दूसरे के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी हैं.
सेक्स सीडी केस में कर्नाटक की राजनीति पर क्या असर?
सेक्स सीडी प्रकरण से कर्नाटक में बीजेपी की छवि को नुकसान हुआ है. इसके अलावा इस केस की वजह से रमेश जारकीहोली की इमेज भी खराब हुई है. वहीं कांग्रेस समेत विपक्ष ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरने की कोशिश की है.
इस सेक्स सीडी विवाद का असर बेलगावी में होने वाले लोकसभा के उपचुनाव पर देखने को मिल सकता है, जो कि 17 अप्रैल को होने हैं.
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