मर्डर केस में समाजवादी पार्टी के MLC कमलेश पाठक समेत 6 गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के औरैया शहर के नारायणपुर इलाके में रविवार को जमीन के विवाद में दो पक्षों में हुई मारपीट और गोलीबारी में एक महिला समेत दो लोगों की मौत हो गई. इस मामले में समाजवादी पार्टी (SP) के विधान परिषद सदस्य (MLC) कमलेश पाठक समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि एडवोकेट मंजुल चौबे और विधान परिषद सदस्य कमलेश पाठक के परिवार के बीच जमीन को लेकर पुराना विवाद था. आरोप है कि पाठक और उनके भाई अपने समर्थकों के साथ आए और मारपीट और बवाल के बाद गोलीबारी करने लगे.
इस दौरान मंजुल और उसकी बहन को गोली लग गई. बहन की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मंजुल ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. हत्या के बाद तनाव को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है.
वारदात के बाद पुलिस ने कमलेश पाठक और उनके भाइयों सन्तोष और रामू समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. ACP जय नारायण सिंह ने घटनास्थल का जायजा लेने के बाद कहा कि आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) और गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.
बीजेपी को दोबारा सत्ता में आने का मौका नहीं मिलेगा : अखिलेश
समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी को उत्तर प्रदेश की सत्ता में दोबारा आने का मौका नहीं मिलेगा. योगी सरकार ने किसानों की समयाओं और बेरोजगारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई काम नहीं किया है.
“हम तो प्रदेश में काम कर रहे थे और आगे भी करते रहेंगे . बीजेपी तो झूठे वादे करके सत्ता में आ गई है, अब जनता उनको दोबारा मौका नहीं देगी.”अखिलेश यादव, समाजवादी पार्टी (SP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष
उन्होंने कहा, ‘योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में न तो कोई विकास हुआ और न ही कोई निवेश हुआ. सरकार ने किसानों की समयाओं और बेरोजगारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई काम नहीं किया.”
अखिलेश यादव ने कहा, “योगी आदित्यनाथ बताएं कि राज्य में कितनी स्मार्ट सिटीज हैं. सड़कों पर कूड़ा पड़ा है, हर शहर में सांड घूम रहे हैं. शौचालय बनवाए, लेकिन कब दीवार गिर जाए, पता नहीं. शौचालय में पानी भी नहीं है. बिना पानी के ये शौचालय सिर्फ देखने के लिए हैं. प्रदेश में गंगा नदी कितनी साफ हुई, योगी सरकार को इसका जवाब देना पड़ेगा.”
सीएए विरोधी कोरोनावायरस से भी खतरनाक : योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के विरोध में प्रदर्शन करने वालों को कोरोनावायरस से भी खतरनाक बताया है. योगी ने एक कार्यक्रम में कथित तौर पर हिंसा में शामिल रहे लोगों के पोस्टर लगाने संबंधी एक सवाल पर कहा कि ऐसे लोग मानवता के दुश्मन हैं और ये सब लोग कोरोनावायरस से भी खतरनाक हैं.
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी अपने तीन वर्ष के कार्यकाल में सरकार की उपलब्धियां गिना रहे थे.
“कोरोनावायरस मानवता के लिए खतरा है और लखनऊ में जिनके पोस्टर लगे हैं, वे भी मानवता के बड़े दुश्मन हैं. इनका असली चेहरा पूरे समाज के लिए खतरा है. इन सभी के फोटो का पोस्टर इसलिए लगाया, ताकि वक्त रहते लोग इस वायरस से भी सावधान हो जाएं.”योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “उत्तर प्रदेश में CAA विरोधी प्रदर्शनों के दौरान पुलिस ने बहुत संयम से काम लिया है. पुलिस ने अलीगढ़ को जलने से रोका है और अराजक तत्वों पर तुरंत कार्रवाई की है. जो भी लोग इस दौरान मरे हैं, वे निर्दोष नहीं हैं. दंगाई खुद अपनी ही गोली से मरे हैं.”
ट्रम्प के आने से भारत में आया कोरोनावायरस : ओमप्रकाश राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर का कहना है कि, कोरोनावायरस अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ भारत आया है. सरकार साजिश के तहत कोरोनावायरस का मुद्दा उठा रही है.
कोरोनावायरस अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ भारत आया, उसके पहले यहां कोई केस नहीं था. बीजेपी सरकार लोगों का ध्यान भटकाने के लिए कोरोना का मुद्दा उठा रही है. अगले रविवार तक कोरोना खत्म हो जाएगा.ओमप्रकाश राजभर, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी अध्यक्ष
महिला ने नवजात शिशु को पड़ोसी के हाथ बेचा
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले के कटघर क्षेत्र में एक महिला ने अपनी छह दिन की नवजात बच्ची को कथित रूप से अपने पड़ोसी को 10,000 रुपये में बेच दिया. यह मामला सामने तब आया, जब महिला खुद पड़ोसी के खिलाफ मामला दर्ज करवाने एसएसपी कार्यालय पहुचीं. उसने अधिकारी से कहा कि वह अपनी बच्ची वापस चाहती है.
पुलिस की पूछताछ में महिला ने अपना गुनाह स्वीकारा. महिला ने कहा कि दो महीने पहले उसने बेटी को पड़ोसी को बेच दिया था.
SSP ने कठघर पुलिस थाना के SHO को महिला को हिरासत में लेने और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया है.
महिला की शादी लगभग तीन साल पहले हुई थी. उसने चार जनवरी को एक बच्ची को जन्म दिया, जिसके बाद वह अपने पति से अलग हो गई थी. वह अपने माता-पिता के साथ रह रही थी और उसकी बच्ची का स्वास्थ्य ठीक नहीं था, इसलिए महिला ने कथित तौर पर नवजात को रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया था.पुलिस
हालांकि नवजात को उसकी पड़ोसी रेखा ने बचा लिया था, बाद में उसने बच्ची को गोद लेने का प्रस्ताव रखा.
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