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महाराष्ट्र: अनलॉक-1 के पहले ही दिन ट्रैफिक जाम, कतारों में लोग

महाराष्ट्र की सड़कों पर दिखा ट्रैफिक जाम, बस के लिए लंबी कतारों में लोग

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देशभर में अनलॉक का पहला फेज शुरू हो चुका है. केंद्र सरकार के मुताबिक 8 जून से लॉकडाउन खुलने का पहला चरण शुरू होना था. जिसके बाद देशभर के राज्यों में मॉल, रेस्टोरेंट, होटल और धार्मिक स्थल खोले गए. इसी तरह कोरोना की सबसे ज्यादा मार झेल रहे महाराष्ट्र में भी 10 फीसदी स्टाफ के साथ प्राइवेट दफ्तरों को खोलने की इजाजत दी गई. लेकिन पहले ही दिन सड़कों पर जाम दिखने लगा.

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दरअसल दफ्तर खुलते ही कई निजी कंपनियो ने अपने कर्मचारियों को निजी वाहन से आने का फरमान जारी किया था, इसका नतीजा ये रहा की बड़ी संख्या में एक साथ गाड़ियां सड़कों पर आने से लोग देरी से ऑफिस पहुंचे. लेकिन उधर बेस्ट ने भी रविवार को बस चलाने का फैसला किया था इसलिए बस स्टेशन पर भी यात्रियों की भारी भीड़ दिखी. भायंदर, विरार, भांडुप जैसे इलाकों में 2 किलोमीटर तक बस में चढ़ने के लिए लोगों की लंबी लाइन दिखाई दी.

एक तरफ कोरोना वायरस की वजह से मुंबई की लाइफ लाइन यानी लोकल अब तक शुरू नहीं की गई है, इसीलिए लोगों को अपने दफ्तर जाने के लिए अब बसों का सहारा लेना पड़ रहा है. लेकिन पहले ही दिन कई जगहों में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ती दिखीं. बसों में चढ़ने की हड़बड़ी की तस्वीरें भी दिखी. सोशल मीडिया पर लोगों ने इसे शेयर कर सवाल भी उठाए कांग्रेस नेता मिलिंद देवरा ने ऐसी ही एक बेस्ट की बस में चढ़ते हुए लोगों की भीड़ का विडियो अपने ट्विटर अकाउंट से शेयर किया है.

अनलॉक-1 को महाराष्ट्र सरकार ने 'मिशन बिगेन अगेन' का नाम दिया है. महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति को देखते हुए मॉल्स, रेस्टोरेंट, स्पा, धार्मिक स्थल खोलने को इजाजत नहीं दी गई है, लेकिन जॉगिंग, एक्सरसाइज के लिए लोग बाहार निकल सकेंगे. इसी बीच अनलॉक-1 के पहले दिन मुंबई के दादर स्थित शिवाजी पार्क मैदान में बच्चे क्रिकेट खेलते भी दिखाई दिए.

बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े ने चीन को भी पीछे छोड़ दिया है. महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 80 हजार के पार हो चुका है, जबकि 3 हजार से ज्यादा लोगों की 8 जून तक कोरोना संक्रमण की वजह से मौत हो चुकी है. फिलहाल कुछ भी करने से पहले राज्य सरकार कई बार सोच रही है, इसीलिए हर फैसला सोच समझकर लिया जा रहा है.

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