महाराष्ट्र में बीजेपी नेता एकनाथ खडसे ने अपनी ही सरकार पर चूहा मारने में धांधली का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मंत्रालय में एक हफ्ते के भीतर 3 लाख, 19 हजार, 400 चूहे मारे जाने का दावा किया गया है, जबकि मुंबई महानगर पालिका ने 2 साल में 6 लाख चूहा मारती है.
चूहे घोटाले में जांच की मांग
खडसे ने विधानसभा में आरटीआई का हवाला देते हुए कहा कि मंत्रालय में एक हफ्ते के भीतर 3 लाख 19 हजार 400 चूहे मारे जाने का दावा किया जा रहा है. रिकॉर्ड के मुताबिक मंत्रालय में प्रतिदिन 9 टन से ज्यादा चूहे मारे गए, लेकिन इन मरे हुए चूहों को कहां और कैसे ठिकाने लगाया गया इसकी जानकारी नहीं दी जा रही है.
खडसे ने आरोप लगाया कि यह बड़ा घोटाला है इसकी जांच होनी चाहिए. हालांकि सरकार की ओर से खडसे के आरोपों पर कोई जवाब नही आया है.
बीजेपी ने आरोपों को नकारा
मुख्यमंत्री के अंदर आता है GAD विभाग
खडसे ने सीएम के अधीन GAD और होम डिपार्टमेंट के कामकाज पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि मुंबई महानगर पालिका दो साल में 6 लाख चूहे मारती है, जबकि मंत्रालय में 3 मई 2016 से 10 मई 2016 के दौरान महज एक हफ्ते में ही तीन लाख से ज्यादा चूहे मारने का कारनामा कर दिखाया गया.
खडसे ने सवाल उठाया कि मंत्रालय के चूहे मारने के लिए कंपनी को 6 महीने का समय मिला था, लेकिन उसने सात दिनों में ही यह काम कैसे खत्म कर दिया गया?
मंत्रालय में कैसे पहुंचा जहर?
खडसे ने कहा कि जिस कंपनी को चूहे मारने का ठेका मिला था, उसके पास मंत्रालय में जहर लाने की अनुमति नहीं थी. ऐसे में गृह विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग की अनुमति के बगैर मंत्रालय में जहर कैसे लाया गया.
इतना ही नही खडसे ने इस मामले को कुछ दिनों पहले मंत्रालय में हुए किसान धर्मा पाटिल की आत्महत्या पर भी सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि धर्मा पाटिल ने खुद का लाया जहर पीकर आत्महत्या नहीं की, बल्कि मंत्रालय में चूहे मारने के लिए लाए गए जहर को पी कर जान दी थी. बीजेपी नेता ने इस पूरे मामले में जांच की मांग की है.
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