यूके, यूरोप, मिडिल ईस्ट, साउथ अफ्रीका और ब्राजील देशों से आने वाले इंटरनेशनल यात्रियों ने अगर कोरोना वायरस वैक्सीन के दोनों डोज ले लिए हैं तो उन्हें मुंबई में लैंड करने के बाद क्वारंटीन नहीं रहना होगा. मुंबई के नगर निकाय बीएमसी ने नई एडवाइजरी जारी की हैं जिसमें दूसरे देशों से मुंबई आने वालों के लिए क्वॉरंटीन के नियमों को बदला गया है और कई सारे समूहों को क्वॉरंटीन से छूट दी है.
बीएमसी के नए नियमों के मुताबिक 65 से ज्यादा की उम्र वाले यात्रियों, प्रेग्नेंट महिलाओं, 5 से कम उम्र की संतान वाले माता-पिता को इंस्टीट्यूशन क्वारंटीन से छूट दी गई है. इसके अलावा गंभीर बीमारी जैसे कैंसर, फिजिकल डिसेबिलिटी, मेंटल इलनेस वगैरह से जूझ रहे पेशेंट को भी अपने मेडिकल डॉक्यूमेंट दिखाने पर क्वारंटीन से छूट दी जाएगी.
अब तक क्वारंटीन अनिवार्य था
इसके पहले इन देशों से आने वाले सभी यात्रियों को कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट होने के बावजूद 7 दिन का अनिवार्य क्वारंटीन पूरा करना होता था.
वहीं मेडिकल प्रोफेशनल जो गंभीर मरीजों का जीवन बचाने से जुड़ी सर्जरी करने के लिए ट्रैवल कर रहे हैं, उन्हें भी क्वॉरंटीन से छूट दी जाएगी. इसके लिए डॉक्टर्स को मेडिकल सर्विस के लिए जाने का प्रूफ देना होगा.
बाकी यात्रियों को 1 हफ्ते क्वॉरंटीन रहना होगा
ऐसे यात्री जो इन कैटेगरी में नहीं आते हैं उन्हें अभी भी इंस्टीट्यूशनल क्वॉरंटीन में एक हफ्ते रहना ही होगा. बीएमसी ने ये नई गाइडलाइंस ऐसे वक्त में जारी की हैं जब महाराष्ट्र समेत पूरे देश में कोरोना के मामलों में तेज इजाफा देखने को मिल रहा है. शुक्रवार को मुंबई में कोरोना वायरस के अब तक के सबसे ज्यादा केस देखने को मिले हैं.
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