कांग्रेस में बड़ी दरार, JDU में शामिल हुए 4 MLC
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अशोक चौधरी अपनी पार्टी के तीन अन्य विधान परिषद सदस्यों रामचंद्र भारती, दिलीप कुमार चौधरी और तनवीर अख्तर के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू में शामिल हो गए. बुधवार देर शाम उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पिछले साल जुलाई महीने से जिस तरह से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाकर उन्हें अपमानित किया उसके कारण हमलोग यह फैसला लेने को विवश हुए.
उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस के महामंत्री और बिहार प्रभारी सी पी जोशी पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के नजदीकी होने का गलत फायदा उठाकर हमारे खिलाफ षडयंत्र रचकर एक व्यक्ति विशेष को पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष (काकब कादरी) बनाने के लिए प्रदेश में पूरी पार्टी को तितर बितर कर दिया.
जीतनराम मांझी ने छोड़ा NDA का साथ
केंद्र और बिहार में सत्ताधारी एनडीए से बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी ने अलग होने का फैसला किया है. और वे आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल हो गए हैं. बुधवार सुबह आरजेडी नेता राबड़ी देवी से मुलाकात के बाद उन्होंने इसका ऐलान किया.
मांझी के इस फैसले पर आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा, मांझी हमारे पेरेंट्स के पुराने मित्र हैं और हम इस महागठबंधन में उनका स्वागत करते हैं.
खबरों के मुताबिक, एनडीए के सहयोगी रहे हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मांझी गठबंधन में सही जगह नहीं मिलने की वजह से पिछले कुछ समय से नाराज चल रहे थे. पिछले दिनों मांझी ने बिहार से राज्यसभा की 6 सीटों में से अपनी पार्टी के लिए कम से कम एक नेता को एनडीए का उम्मीदवार घोषित किए जाने की मांग की थी.
RJD पर जमकर बरसे नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल पर करारा प्रहार किया और उसे महागठबंधन से निकलने के लिए जिम्मेदार ठहराया. साथ ही उस पर संपत्ति अर्जित करने के लिए सत्ता का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया.
विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कुमार ने कहा कि जेडीयू, आरजेडी और कांग्रेस के महागठबंधन में उनके बने रहने से चारा घोटाला मामलों में लालू प्रसाद की दोषसिद्धि की स्थिति में उनके लिए असहज स्थिति पैदा हो जाती.
‘‘हमने सेवा के लिए, न कि मेवा के लिए महागठबंधन बनाया था. मुझ पर जनादेश के साथ विश्वासघात का आरोप लगाया गया. क्या जनादेश बेनामी लेन-देन के माध्यम से जमीन हथियाने के लिए था.’’नीतीश कुमार, सीएम
‘सरकार शराबबंदी पर कोई समझौता नहीं करने वाली है’
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को विधानसभा में कहा कि सरकार शराबबंदी पर कोई समझौता नहीं करने वाली है. इसके लिए बिजली के पोल पर फोन नं. लिखा गया. लोग कॉल कर शराब बनाने, बेचने या पीने जैसे मामले की शिकायत करते हैं. ये फोन नं. अलग-अलग हैं. सरकार अब इस प्रक्रिया को बदलने जा रही है.
सीएम ने कहा कि शराब के मामले की शिकायत करने के लिए अब सिर्फ एक फोन नं. होगा. गांव हो या शहर, मोबाइल सबके पास है. लोग इसका इस्तेमाल शराब के खिलाफ मुहीम में कर सकते हैं. सरकार द्वारा दिए गए फोन नं. पर शिकायत दर्ज कराने वाले व्यक्ति की पहचान गुप्त रखी जाएगी. सभी कॉल रिकॉर्ड होंगे.
कॉल आने के एक घंटे के अंदर संबंधित क्षेत्र की पुलिस कार्रवाई करेगी. कार्रवाई के बाद कॉलर को फोन कर सूचना भी दी जाएगी. इस पूरे प्रॉसेस को मॉनिटर किया जाएगा. इसके लिए आईडी या डीआईजी स्तर के एक अधिकारी को जिम्मेदारी दी जाएगी.
सोर्सः भास्कर
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