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Qपटनाः गठबंधन पर पासवान ने की नीतीश से बात, TMBU के VC पर जुर्माना

सुबह-सुबह पढ़िए बिहार की बड़ी खबरें

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पासवान ने की नीतीश से बात, बिहार में NDA रहेगा बरकरार

केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री और जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार से अपनी बातचीत के बाद कहा कि राज्य में एनडीए बरकरार रहेगा और यह वहां साथ मिलकर अगला लोकसभा चुनाव लड़ेगा.

दरअसल, नीतीश कुमार के अगले कदम को लेकर अटकलें बढ़ गई हैं. उनकी पार्टी के कई नेता जेडीयू को गठबंधन में बड़े साझेदार के तौर पर पेश कर रहे हैं. आरजेडी प्रमुख का कुछ ही दिन पहले मुंबई में एक ऑपरेशन होने के बाद उनके साथ कुमार की टेलीफोन पर हुई बातचीत ने भी अटकलों को तेज कर दिया है. पासवान ने कहा कि उन्होंने कुमार से बात की और जेडीयू नेता ने उनसे कहा कि एनडीए बरकरार रहेगा.

‘‘मैंने नीतीश से बात की है. मैंने बीजेपी नेताओं से भी बात की है. आपको बताना चाहुंगा कि एनडीए बरकरार रहेगा. हम सभी एक ही जहाज पर सवार हैं और कोई भी इसे डुबाना नहीं चाहेगा.’’
रामविलास पासवान, एलजेपी प्रमुख
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सृजन घोटाले में सुशील मोदी के रिश्तेदार भागीदारः तेजस्वी

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के रिश्तेदारों पर सृजन घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया है. तेजस्वी ने कई बैंक खातों के डिटेल साझा करते हुए दावा किया कि सुशील मोदी के रिश्तेदार रेखा मोदी और उर्वशी मोदी के बैंक खातों में भी सृजन घोटाले के पैसे डाले गए हैं.

तेजस्वी ने कई दस्तावेजों को साझा करते हुए सवालिया लहजे में कहा, “सरकार के सामने 2,500 करोड़ रुपये का सृजन घोटाला हुआ. क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और वित्तमंत्री सुशील मोदी को इसकी जानकारी नहीं होगी? उन्होंने रिजर्व बैंक और वित्त मंत्रालय में इसकी शिकायत क्यों नहीं की?”

एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने सीबीआई पर सवाल उठाया और कहा कि 2,500 करोड़ रुपये के सृजन घोटाले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी का नाम सीधे रूप से जुड़ा है, लेकिन सीबीआई इन लोगों से सवाल क्यों नहीं कर रही है?

तेजस्वी ने एक अन्य ट्वीट में लिखा-

“मेरे पास सभी सबूत हैं. मैं साबित कर सकता हूं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घोटाले की जानकारी थी, जिसके बावजूद लूट होती रही और वह आंख बंद किए रहे. इसमें पार्टी के नेता सीधे रूप से जुड़े थे और फंडिंग जारी थी.”

नीतीश अपनी राजनीतिक विश्वसनीयता खो चुके हैं: तारिक

एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव तारिक अनवर ने कहा कि नीतीश की महागठबंधन में वापसी पर लोग विश्वास नहीं करेंगे. क्योंकि वे अपनी राजनीतिक विश्वसनीयता खो चुके हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में अकेले अपने दम पर चुनाव में जेडीयू को करारी हार मिलने के बाद इस पार्टी ने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में शामिल आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और सफलता हासिल की थी.

लेकिन रेलवे में होटल के बदले भूमि आवंटन मामले में लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी पर आरोप लगने के बाद महागठबंधन से नाता तोड़कर एनडीए के साथ बिहार में नई सरकार बना ली थी.

तारिक ने कहा कि नीतीश के महागठबंधन में शामिल होने को लेकर कोई भी फैसला होगा तो बिहार के भीतर महागठबंधन में आरजेडी के सबसे बड़े दल होने के नाते उसकी राय अहमियत रखती है. साथ ही तेजस्वी ने जो बयान दिया है वह सोच समझकर दिया होगा. उन्होंने कहा कि नीतीश के महागठबंधन में वापसी को लेकर फैसला सभी घटक दलों को विश्वास में लेकर ही किया जाएगा.

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मधुबनी में ट्रक-मोटरसाइकिल की टक्कर में 3 की मौत

मधुबनी में गुरुवार को एक तेज रफ्तार ट्रक ने एक मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी, जिससे बाइक सवार तीन युवकों की मौके पर ही मौत हो गई. फुलपरास थाना प्रभारी विनय शर्मा ने बताया कि खुटौना थाना क्षेत्र के रहने वाले तीन युवक फुलपरास में एक विवाह समारोह में भाग लेकर एक बाइक से अपने गांव लौट रहे थे.

इसी दौरान फुलकाही चौक के समीप तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी. इस हादसे में तीनों युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. दुर्घटना के बाद ट्रक चालक ट्रक को लेकर फरार हो गया. उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान दुर्गा प्रसाद उर्फ मोनू कुमार यादव, अमित कुमार ठाकुर और पप्पू यादव के रूप में की गई है. पुलिस ने तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और ट्रक का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.

(इनपुटः PTI और IANS)

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TMBU के VC पर हाईकोर्ट ने लगाया जुर्माना

तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति और कुलसचिव को 10 हजार रुपये जुर्माने के साथ 2 जुलाई को पटना हाईकोर्ट में पेश होने को कहा गया है. बीएन कॉलेज के रिटार्यर्ड कर्मचारी विनायक चौधरी की ओर से सर्विस पीरियड में प्रमोशन नहीं देने के मामले की पटना हाईकोर्ट में सुनवाई चल रही है.

विनायक चौधरी ने बताया कि कोर्ट की ओर से मामले में विश्वविद्यालय को अपना पक्ष रखने का आदेश दिया गया था. आदेश के बाद भी विश्वविद्यालय के अधिकारी या वकील पेश नहीं हुए. इसी से नाराज जस्टिस अनिल कुमार उपाध्याय की बेंच ने आदेश जारी किया है. विनायक चौधरी की ओर से हाईकोर्ट में रिट दायर की गई है.

(इनपुटः हिन्दुस्तान)

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