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'मुझे लगता है कि अमृतपाल को हिरासत में लिया गया है', चाचा का सरेंडर से पहले दावा

Amritpal Singh: पंजाब में इंटरनेट पर जारी प्रतिबंध 21 मार्च तक बढ़ाया गया.

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राज्य
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'वारिस पंजाब दे' प्रमुख और खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की तलाश तीन दिनों से जारी है. पंजाब पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. बीती रात उसके चाचा और ड्राइवर ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया है.

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एसएसपी जालंधर ग्रामीण स्वर्णदीप सिंह ने बताया कि,

"वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह के चाचा और ड्राइवर ने कल रात पंजाब पुलिस के सामने सरेंडर किया है."

यह घटनाक्रम अमृतपाल के चार करीबी सहयोगियों को गिरफ्तार कर असम ले जाए जाने के बाद आया है.

अमृतपाल के चाचा का बड़ा दावा

गिरफ्तारी से पहले अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह ने पत्रकार रतनदीप सिंह धालीवाल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि न तो मैं और न ही अमृतपाल किसी हिंसक गतिविधि में शामिल हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें डर है कि अमृतपाल सिंह को हिरासत में लिया गया होगा और वो असम ले जाए गए लोगों में हो सकता है.

"हम बठिंडा जिले में एक कार्यक्रम के लिए जा रहे थे. मैं उसी काफिले में था, जिसमें अमृतपाल सिंह था. हमें गोइंदवाल के पास नहीं रोका गया था. फिर एक जगह एक ट्रक ने हमारा रास्ता रोक दिया. मुझे लगा कि हमें कार्यक्रम में पहुंचने से रोकने के लिए किया जा रहा है. इसलिए, हमने दूसरे रास्ते से जाने की कोशिश की. हमें नहीं पता था कि वो हमें गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे थे. नहीं तो हम गिरफ्तारी दे देते.
हरजीत सिंह

उन्होंने आगे बताया कि, "सुल्तानपुर लोधी और मोगा के बीच रास्ते में मैंने रुककर पुलिस से पूछा कि वो हमें क्यों रोक रहे हैं. उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. इसलिए मैं अपने वाहन पर वापस चला गया. उस समय मैं अपनी कार में अकेला था. मेरी अमृतपाल सिंह से बात नहीं हुई है. मैंने अभी सुना है कि उसे हिरासत में लिया गया है."

हरजीत ने आगे कहा कि उन्होंने शाहकोट पुलिस स्टेशन का एक वीडियो देखा, जो "अमृतपाल को हिरासत में लिए जाने का लग रहा था."

हरजीत ने कहा, "जो कुछ हो रहा है वह यह धारणा बनाने की कोशिश है कि पंजाब खारकुस (खालिस्तान उग्रवाद) के युग में वापस जा रहा है. यह पंजाब को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है."

पुलिस ने अब तक क्या कहा? 

पुलिस ने बताया कि अमृतपाल की धरपकड़ के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस ने चल रही कार्रवाई के दौरान 'वारिस पंजाब दे' के कई सदस्यों के कब्जे से हथियार और गोला-बारूद बरामद करने का भी दावा किया है.

वहीं पंजाब में इंटरनेट सेवाओं पर लगा बैन मंगलवार, 21 मार्च तक बढ़ा दिया गया है. गृह मामला और न्याय विभाग की ओर से जारी निर्देश के मुताबिक,

पंजाब के क्षेत्रीय अधिकार क्षेत्र में सभी मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, सभी एसएमएस सेवाएं (बैंकिंग और मोबाइल रिचार्ज को छोड़कर) और वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली सभी डोंगल सेवाएं 21 मार्च (12:00 घंटे) तक निलंबित रहेंगी.

पुलिस की ओर से किए गए बड़े दावे:

  • जालंधर जिले के नकोदर के पास अमृतपाल सिंह के काफिले में इस्तेमाल की गई कार को जब्त कर लिया गया है.

  • कार से एक कृपाण, .315 बोर का हथियार और 57 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. इस्तेलाम के बाद कार को कथित तौर पर छोड़ दिया गया था.

  • 18 मार्च को सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उनके पास से 12 बोर के छह हथियार बरामद किए गए थे.

  • आर्म्स एक्ट के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें अमृतपाल सिंह मुख्य आरोपी हैं.

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