पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के तेलिनीपाड़ा इलाके में दो गुटों के बीच भड़की हिंसा के बाद धारा 144 लागू कर दी गई है. स्थानीय सुत्रों के मुताबिक इस इलाके में क्रूड बम फेंके जाने के बाद मंगलवार को एक बार फिर हिंसा भड़क उठी. इससे पहले रविवार को यहां कोरोना की वजह से लगे लॉकडाउन के दौरान दो समुदाय के लोगों के बीच हिंसा भड़की थी.
इस इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं RAF की टीम ने पीस मार्च भी किया.
तेलिनीपाड़ा इलाके में रविवार को दो समुदायों के बीच उस वक्त हिंसा भड़की जब कुछ लोगों का कोविड 19 टेस्ट पॉजिटिव आया. जिसके बाद पुलिस ने उस इलाके को लॉकडाउन करने का फैसला लिया. रविवार को जब पुलिस ने देखा कि वहां लॉकडाउन की उल्लंघन हो रहा है तो पुलिस ने उन लोगों को आइसोलेशन में रखने की कोशिश की जिनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था. जिसके लिए पूरे इलाके में बैरिकेट लगाया गया.
सुत्रों के मुताबिक पुलिस ने जब कोविड पॉजिटिव लोगों को आइसोलेशन वॉर्ड में ले जाने की कोशिश की तो वहां के कुछ लोगों ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यहां से कोई बाहर नहीं जाएगा. वहीं दूसरे इलाके के लोगों ने यह कहते हुए इसका विरोध किया कि रास्ता बंद करने पर वह लोग बाहर कैसे निकलेंगे. और उन लोगों ने अपनी बैरिकेटिंग लगा दी, जिसके बाद दोनों समुदायों के बीच झड़प शुरू हो गई.
बात इतनी बढ़ गई कि भीड़ ने कई दुकानों और गाड़ियों को आग तक लगा दी. जिसके बाद पुलिस ने करीब 37 लोगों को हिरासत में लिया है.
बीजेपी ने राज्य सरकार पर हमला बोला है, प्रदेश बीजपी अध्यक्ष दिलीप ने कहा कि
तेलिनीपाड़ा की घटना इस बात का सबूत है कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह ढह चुकी है. एक खास समुदाय में कोरोना संक्रमण की घटना ने सांप्रदायिक रूप ले लिया है. यह घटना तृणमूल कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति का नतीजा है.”
वहीं सीएम ममता बनर्जी से बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वो जानबूझकर इस मामले को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रही है.
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