मेरठ में एक शख्स अपनी फरियाद लेकर पुलिस थाने पर पहुंचा तो एसएचओ ने शिकायत सनुने की बजाय उस शख्स को हरिद्वार जाने की सलाह दे दी. उस शख्स के वकील का आरोप है कि एसएचओ ने खुद गुरू मंत्र लिखकर उनको दिया और गायत्री मंत्र का 108 जाप करने की सलाह दी. मामला सामने आने के बाद मेरठ पुलिस ने कहा है कि आरोप निराधार हैं, शिकायत पर कार्रवाई की गई है. FIR 31 मार्च को ही दर्ज की गई है.
आरोप है कि 19 फरवरी को पीड़ित हेमंत गोयल अपनी दूसरी पत्नी और सौतेले बेटे द्वारा की गई मारपीट की शिकायत लेकर नौचंदी थाने पहुंचे. पुलिस ने उन्हें समझाकर घर भेज दिया. 21 फरवरी को फिर मारपीट होने पर हेमंत थाने गए. उनका कहना है कि इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा ने 108 बार गायत्री मंत्र जपने, मां गायत्री की शरण में जाने की सलाह देते हुए जबरन इसी तरह का समझौतानामा लिखवा लिया.
गुरुवार को हेमंत गोयल के वकील रामकुमार शर्मा के साथ आईजी मेरठ रेंज प्रवीण कुमार से मिले, पीड़ित ने उनको वह पर्चा दिखाया, जो खुद इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा ने लिखकर दिया था,. इसमें साफ तौर पर लिखा है कि 'समस्या का सम्पूर्ण समाधान. तीन दिन शांतिकुंज हरिद्वार प्रवास करना है. गायत्री मंत्र की दीक्षा लेनी है, 108 मनका की माला का सुबह ब्रह्ममुहूर्त में जाप करना है. हालांकि मेरठ पुलिस ने आरोपों से इनकार किया है.
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मेरठ पुलिस ने इस बारे में कहा है कि आवेदक हेमंत गोयल की शिकायत पर 31 मार्च 2021 को ही थाना नौचंदी पर मामला दर्ज किया जा चुका है. जांच चल रही है और आरोप बेबुनियाद हैं. पुलिस ने FIR की कॉपी को भी ट्वीट किया है.
बता दें कि एएसचओ का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वो गंगा जल लेकर लोगों को मंत्र सुना रहे हैं.
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