पंजाब पुलिस ने रविवार, 15 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के सुंदर नगर से गोल्डी बराड़ (Goldy Brar) गिरोह के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है.
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा कि 32 वर्षीय इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी पंजाब और हरियाणा में हत्या और हत्या के प्रयास के कई मामलों में आरोपी है.
कौन हैं इंद्रप्रीत सिंह? चंडीगढ़ निवासी इंदरप्रीत सिंह पहली बार 2011 में अपने कॉलेज के दिनों में सिद्धू मूसे वाला की हत्या के कथित मास्टरमाइंड कनाडा स्थित गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के संपर्क में आया था.
आपराधिक रिकॉर्ड: आरोपी कथित रूप से डेरा सच्चा सौदा के समर्थक प्रदीप सिंह की टार्गेटेड किलिंग में शामिल था.
पुलिस ने कहा कि प्रदीप सिंह की पिछले साल 10 नवंबर को कोटकपूरा में उसकी दुकान के बाहर छह लोगों ने हत्या कर दी थी. हालांकि उनकी गिरफ्तारी मूसे वाला की हत्या से संबंधित है.
इंद्रप्रीत सिंह कैसे गिरफ्तार किया गया? डीजीपी ने कहा कि स्थानीय पुलिस की मदद से इंद्रप्रीत सिंह उर्फ पैरी को हिमाचल प्रदेश के एक होटल से गिरफ्तार किया गया.
प्रदीप सिंह की हत्या में पैरी का रोल: डीजीपी यादव ने कहा कि पिछले साल 7 नवंबर को बराड़ के निर्देश पर पैरी ने हर्षवीर सिंह बाजवा को 20 हजार रुपये नकद दिए और उसे मनप्रीत सिंह उर्फ मन्नी के खाते में राशि जमा करने का निर्देश दिया. प्रदीप सिंह हत्याकांड का आरोपी बाजवा और मनप्रीत सिंह को पहले पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
सिद्धू मूसेवाला के नाम से मशहूर शुभदीप सिंह सिद्धू की 29 मई को पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जब वह अपने दोस्त और चचेरे भाई के साथ जीप में मनसा के जवाहर के गांव जा रहे थे. उनके वाहन को रास्ते में रोक दिया गया और छह शूटरों ने उन पर गोलियां बरसाई थी.
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