छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के किस्टाराम में हुए नक्सली हमले के पीछे लोकल एरिया कमेटी के नक्सलियों का हाथ होने की आशंका है.
छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने बुधवार को बताया कि इस नक्सली हमले को किस्टाराम लोकल एरिया कमेटी के नक्सलियों की ओर से अंजाम देने की सूचना मिल रही है. इस दौरान स्थानीय नक्सली कमांडर भी वहां मौजूद थे.
जवानों के चार हथियार लापता
डीएम अवस्थी ने बताया कि घटना के दौरान स्थानीय नक्सली कमांडर समेत लगभग 60 की संख्या में नक्सली वहां मौजूद थे, जिन्होंने बारूदी सुरंग में विस्फोट के बाद गोलीबारी भी की थी. हालांकि कुछ ही दूरी पर पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीणा के दौरे के दौरान सुरक्षा में लगे रोड ओपनिंग पार्टी में एसटीएफ और डीआरजी के जवान भी वहां मौजूद थे, जिन्होंने नक्सली हमले का जवाब दिया. साथ ही सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन के जवानों ने भी नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई की.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि जिस एंटी लैंडमाइन व्हीकल को बारूदी सुरंग में उड़ाया गया है वहां जवानों के पास आठ हथियार थे. इनमें से चार हथियार को एसटीएफ ने बरामद कर लिया था, जबकि चार अन्य हथियार के बारे में जानकारी नहीं मिली है.
अवस्थी ने बताया कि किस्टाराम से पलोड़ी कैंप लगभग पांच किलोमीटर की दूरी में है. विस्फोट की घटना दोनों कैंप के लगभग बीचोंबीच हुई है. घटनास्थल के नजदीक होने की वजह से अतिरिक्त सुरक्षाबल जल्द ही घटनास्थल पहुंच गया था.
अधिकारियों ने किया दौरा
बुधवार को वरिष्ठ सुरक्षा सलाहकार के विजय कुमार, सीआरपीएफ के महानिदेशक राजीव राय भटनागर के साथ विशेष पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी ने पलोड़ी शिविर का दौरा किया और स्थिति का जायजा लिया. वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी रहेगा.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में नक्सलियों ने मंगलवार को बारूदी सुरंग में विस्फोट कर एंटी लैंडमाइन व्हीकल को उड़ा दिया था. इस हमले में सीआरपीएफ के नौ जवान शहीद हो गए, और दो अन्य घायल हो गए.
(इनपुट: भाषा)
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