कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 7 दिसंबर को उन्नाव रेप पीड़िता के परिवार से मिलने उसके घर पहुंचीं. परिवार से मुलाकात के बाद प्रियंका ने कहा कि पीड़िता के परिजनों ने उन्हें आपबीती सुनाई. उन्होंने बताया कि परिवार के साथ आरोपियों ने मारपीट की और उनके खेत भी जलाए.
परिवार से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा -
- मुख्यमंत्री कहते हैं कि यहां अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं, लेकिन मुझे लगता है यहां महिलाओं के लिए कोई जगह नहीं है
- मैंने सुना है कि आरोपियों का बीजेपी के साथ कुछ कनेक्शन है, इसीलिए उन्हें बचाया जा रहा है
- राज्य में अपराधियों के मन में किसी भी तरह का भय नहीं है
इसके अलावा प्रियंका ने ट्वीट कर कहा,
- उन्नाव की दिवंगत पीड़िता का परिवार अपार दुख और गुस्से में है. साल भर से इस परिवार पर अत्याचार हो रहा था. पीड़िता के पिता को घर में घुसकर पीटा. उनका खेत जला दिया. उनकी 9 साल की पोती को स्कूल में जान से मारने की धमकी दी. महीनों केस दर्ज करने से अधिकारी टरकाते रहे.
- रायबरेली कोर्ट के आदेश पर FIR हुई मगर दो महीने के अंदर ही आरोपी को बेल मिल गई. पीड़िता रोज अकेले ट्रेन से रायबरेली अपना केस लड़ने जाती थी. उसे लगातार धमकाया जाता रहा. थाने में बार-बार गुहार लगाने के बाद भी उसे कोई सुरक्षा नहीं मिलती और एक दिन पांच लोग मिलकर उसे जला देते हैं.
प्रियंका ने कुछ सवाल पूछते हुए कहा, ''आखिर इसका जिम्मेदार कौन है? कोई तो जिम्मेदारी लेगा? सरकार किसके साथ खड़ी है? मुख्यमंत्री किसके साथ खड़े हैं? तंत्र किसके साथ खड़ा है?''
प्रियंका ने कहा, ‘’उत्तर प्रदेश में लड़कियों और महिलाओं के लिए कोई जगह है? ये इंतिहा हो रही है जुल्म की.’’
उन्नाव मामले पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है, ''उन्नाव की मासूम बेटी की दुखद और हृदय विदारक मौत, मानवता को शर्मसार करने वाली घटना से आक्रोशित एवं स्तब्ध हूं. एक और बेटी ने न्याय और सुरक्षा के आस में दम तोड़ दिया. दुख की इस घड़ी में पीड़ित परिवार के प्रति मैं अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.''
बता दें कि पीड़िता को 5 दिसंबर की शाम लखनऊ से एयर एम्बुलेंस के जरिए दिल्ली लाकर सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
पुलिस ने बताया था कि रेप पीड़िता जब कोर्ट जा रही थी, तभी रेप के दो आरोपियों समेत 5 लोगों ने उसे कथित रूप से आग के हवाले कर दिया था. इस दौरान पीड़िता करीब 90 फीसदी तक झुलस गई थी.
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