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धर्मांतरण रैकेट मामले में यूपी ATS ने 6 आरोपियों के खिलाफ दायर की चार्जशीट

भारत में जनसंख्या संतुलन को बदलने की हो रही साजिश,आ रही हवाला से अंतर्राष्ट्रीय फंडिंग- ATS

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राज्य
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धर्मांतरण रैकेट मामले में यूपी ATS ने 6 आरोपियों के खिलाफ दायर की चार्जशीट
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उत्तर प्रदेश आतकंवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने 19 अगस्त को बताया कि उसने कथित अवैध धर्म परिवर्तन (Conversions) के आरोप में गिरफ्तार गिरोह के 6 लोगों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है.

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एटीएस के अनुसार इन छह आरोपियों -उमर गौतम, जहांगीर आलम, मन्नू यादव उर्फ अब्दुल मन्नान ,राहुल भोला उर्फ राहुल अहमद, इरफान शेख और सलाहुद्दीन- के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं. चार्जशीट में IPC की धारा 417, 120बी,153ए,153बी, 295ए, 298 और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 की धारा 3,5,8 के अंतर्गत आरोप तय किया गया है.

एटीएस ने प्रेस नोट में कहा कि जांच में इन आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले हैं और यह तथ्य प्रमाणित हुआ है कि इनके द्वारा आपराधिक षड्यंत्र के अंतर्गत देशव्यापी अवैध धर्मांतरण का गिरोह संचालित किया जा रहा है और इसके तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी जुड़े हुए हैं.

"इस धर्मांतरण के गिरोह द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर लोगों, महिलाओं व दिव्यांगजनों, विशेषकर मूक बधिर लोगों को बहला-फुसलाकर अपनी मूल इच्छा के विरुद्ध द्वेषपूर्ण ढंग से धर्मांतरण कराया जा रहा है".

भारत में जनसंख्या संतुलन को बदलने का प्रयास- एटीएस

एटीएस ने आरोपियों पर भारत में जनसंख्या संतुलन को बदलने का आरोप लगाते हुए कहा कि,

"उमर गौतम ,काजी जहांगीर द्वारा अपने गिरोह के राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय सदस्यों के साथ मिलकर एक सिंडिकेट बनाकर भारत में जनसंख्या संतुलन को बदलने हेतु काफी संख्या में लोगों को विभिन्न प्रकार के लालच देकर उनके मूल धर्म के प्रति भ्रम व घृणा पैदा कर ,भय व आतंकित कर,मनोवैज्ञानिक दबाव डालकर लोगों का धर्म परिवर्तन किया जा रहा है."
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एटीएस के अनुसार आरोपियों द्वारा धर्म परिवर्तन करने वाले व्यक्तियों को उसके धर्म के विषय में भ्रामक तथ्य अवगत कराए जाते हैं और धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया में उनके मूल धर्म के प्रति विद्वेष पैदा कर धार्मिक भाईचारे को बिगाड़ा जाता है.

"इस अवैध गतिविधि को संचालित करने के लिए इस्लामिक दावा सेंटर गाजियाबाद मसूरी के धार्मिक स्थल व नोएडा डेफ सोसायटी को औपचारिक केंद्र बनाकर संपूर्ण भारत में इसका जाल बिछाया गया."

एटीएस के अनुसार इस कथित अवैध धर्म परिवर्तन के लिए आपराधिक षड्यंत्र के तहत विदेशों में बैठे इसके सहयोगियों द्वारा भारी मात्रा में हवाला के माध्यम से पैसा भेज कर सहायता की जा रही थी.

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