उन्नाव (Unnao) के बांगरमऊ के निजी स्कूल को बच्चों को फीस नहीं चुकाने पर गेट से बाहर करना महंगा पड़ा. स्कूल में पांचवी कक्षा की बच्ची अपूर्वा स्कूल के बाहर रोती दिखी थी. उसने रोते हुए बताया था कि वो कहती रह गई कि पापा फीस दे देंगे लेकिन उसे पेपर नहीं देने दिया गया.
वीडियो वायरल होने पर प्रशासन में हड़कंप मचा और मंगलवार को एसडीएम, बांगरमऊ ने स्कूल की खुद जाकर जांच की और एक्शन का भरोसा दिलाया. क्विंट ने ऐसी ही और पीड़ित बच्चों से बात की. उन्होंने भी अपूर्वा जैसी ही कहानी सुनाई.
अपूर्वा के पिता अवनीश ने बताया कि स्कूल ने बच्ची से उन्हें फोन कराया. वो किसी काम से बाहर गए थे. उन्होंने स्कूल से गुजारिश की, कि वो शहर में पहुंचकर फीस दे देंगे लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई. हारकर वो लौटे और स्कूल की फीस जमा कराई लेकिन तब तक अपूर्वा का पेपर मिस हो चुका था.
एसडीएम उदित नारायण सेंगर ने बताया कि इस बात की भी जांच की जा रही है कि स्कूल ने किन नियमों का उल्लंघन किया है.
वरुण गांधी ने भी शेयर किया था वीडियो
बीजेपी के सांसद वरुण गांधी ने भी मंगलवार को अपूर्वा के वायरल वीडियो को ट्विटर पर शेयर किया और लिखा कि "निजी संस्थान मानवता न भूलें, शिक्षा व्यापार नहीं है". पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी ने लिखा कि
"इस बेटी के आंसू उन लाखों बच्चों की संयुक्त पीड़ा बता रहे हैं जिन्हें फीस न जमा होने के कारण उपहास झेलना पड़ता है. आर्थिक तंगी बच्चों की शिक्षा में रोड़ा ना बने यह हर जिले के अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की नैतिक जिम्मेदारी है. निजी संस्थान मानवता न भूलें, शिक्षा व्यापार नहीं है."
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