उन्नाव रेप सर्वाइवर जिंदा जलाए जाने के बाद बुरी तरह से झुलस चुकी है. 27 साल की सर्वाइवर फिलहाल जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रही है. अब उसे एयर एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल लाया गया है. वहीं प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक फ्रेश एसआईटी टीम का गठन किया है. इस एसआईटी टीम नेतृत्व एएसपी रैंक के अधिकारी करेंगे.
बिहार के हिंदूनगर गांव के रहने वाले शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने 12 दिसंबर, 2018 को इलाके की एक युवती को अगवा करके रायबरेली जिले के लालगंज थाना क्षेत्र में उसके साथ गैंगरेप किया था. जिसका मुकदमा रायबरेली जिले के थाना लालगंज में रजिस्टर है. मामले की सुनवाई रायबरेली जिला अदालत में चल रही है.
उन्नाव रेप सर्वाइवर मामले में अब तब क्या-क्या हुआ..
- उत्तर प्रदेश के उन्नाव में आग के हवाले की गई रेप सर्वाइवर को लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टरों ने बताया है कि वह 90 फीसदी तक जल गई है.
- इस बीच ये घटना सामने आने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट के जरिए राज्य सरकार पर हमला बोला. उन्होंने लिखा, "उन्नाव रेप सर्वाइवर की खबर से मन आहत है. ईश्वर से प्रार्थना है कि वह जल्द स्वस्थ हो."
- इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की. साथ ही मुख्यमंत्री ने ये आदेश भी दिया कि महिला की सरकारी खर्च पर हर संभव मदद दी जाए. कमिश्नर और आईजी को घटनास्थल का मुआयना करने के लिए भेजा गया.
- पुलिस ने जल्द कार्रवाई करते हुए जमानत पर बाहर आए सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. जिनमें से तीन को घटना की जानकारी मिलने के बाद ही गिरफ्तार कर लिया गया था. बाकी दो आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की चार टीमों को लगाया गया.
- उन्नाव के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विनोद पांडेय ने बताया, पुलिस ने जब आरोपियों के घरों पर छापे मारे तो सभी अपने-अपने घरों पर परिवारवालों के बीच मौजूद मिले. वहीं से उन्हें गिरफ्तार किया गया.
- पुलिस के मुताबिक, पीड़िता ने मार्च में दो लोगों के रेप का मुकदमा दर्ज कराया था, जिसमें एक को गिरफ्तार किया गया था.
- उन्नाव से बीजेपी सांसद साक्षी महाराज ने इस घटना पर कहा, "पहले इन आरोपियों को मैंने ही जेल भिजवाया था. जो भी दोषी हैं, उसे बक्शा नहीं जाएगा. रेप करने वालों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए."
- मामले पर राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने स्वत: संज्ञान लिया है. प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह को लेटर लिखते हुए एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने घटना पर पूरी रिपोर्ट मांगी है.
- वहीं इस मामले पर अब राजनीतिक दलों ने सत्ता पक्ष को घेरना शुरू कर दिया है. समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी से इस्तीफे की मांग की है.
- इससे पहले इसी मुद्दे पर राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस ने चर्चा कराने की मांग की, जिसके बाद राज्यसभा स्थगित कर दी गई. कांग्रेस सांसदों ने इस मुद्दे पर चर्चा चाहा, लेकिन मामले को सूचीबद्ध नहीं किया गया.
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