उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में गुरुवार को बेरोजगारों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने शुक्रवार, 10 फरवरी को प्रदेशव्यापी बंद का आह्वान किया है.संघ की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में सामाजिक संगठन, पूर्व सैनिक संगठन, छात्र संगठन, राजनैतिक संगठन, कर्मचारी संगठन, टैक्सी यूनियन संगठन, व्यापार संगठन और अन्य संगठनों से सहयोग की अपील की गई है. बेरोजगार संघ ने कहा कि गरीब छात्र छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज को लेकर आक्रोश है. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य और प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा ने कहा-
अपनी मांगों को लेकर घंटाघर , गांधी पार्क और राजपुर रोड इलाके में शांति पूर्वक धरना-प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों पर बर्बर लाठीचार्ज कर लोकतंत्र की हत्या की है. सरकार ने सिद्ध कर दिया है कि सरकार पुलिस के गलत कामों का विरोध करनेवालों को लाठी-गोली के बल पर कुचलना चाहती है.
नेता प्रतिपक्ष ने बेरोजगारों को आश्वासन दिया कि, उनकी हर न्यायोचित लड़ाई में कांग्रेस सड़क से लेकर विधानसभा तक उनका साथ देगी.
बता दें कि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में परीक्षा पेपर लीक को लेकर छात्रों का प्रदर्शन जारी है. गुरुवार को प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें कई छात्र घायल हो गए. अभ्यर्थियों की मांग है कि सरकार, उत्तराखंड लोकसेवा आयोग के अधिकारियों और कर्मचारियों की CBI से जांच कराए उसके बाद परीक्षा आयोजित कराए, नहीं तो फिर से पेपर लीक होते रहेंगे. उत्तराखंड बेरोजगार संघ भी छात्रों के साथ खड़ा है और उनकी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहा है.
क्या है मामला?
उत्तराखंड में पटवारी और लेखपाल के कुल 513 पदों के लिए उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 17 जून 2021 को विज्ञापन जारी किया था. इसकी शारीरिक दक्षता परीक्षा नवंबर 2021 में प्रस्तावित थी. लेकिन, कोरोना की वजह से नहीं हो पाई थी. फिर पेपर लीक होने के बाद सरकार ने इस भर्ती की जिम्मेदारी सितंबर 2022 को उत्तराखंड लोक सेवा आयोग को सौंप दी थी.
इनपुट- मधुसूदन जोशी
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