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UP पुलिस के मॉक ड्रिल वीडियो को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश

सोशल मीडिया पर किया जा रहा है ये दावा

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दावा

सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश पुलिस COVID-19 से संक्रमित लोगों को राज्य में घुसने नहीं दे रही है.

मैसेज के साथ शेयर कए जा रहे मैसेज में लखा है, “#उत्तरप्रदेश के चौरे बाजार की घटना ... जय #योगी राज👌👌 #कोरोना #जेहादियों क्या तुम्हें नही पता था कि ये यूपी का #अयोध्या मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की धरातल है गुड जॉब यूपी पुलिस जय हिंद जय भारत .”

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सोशल मीडिया पर किया जा रहा है ये दावा

सच या झूठ?

ये दावा गलत है. इस वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है. ये वीडियो एक मॉकड्रिल का है, जो अयोध्या पुलिस ने 2 अप्रैल को की थी.

क्विंट से बात करते हुए, बीकापुर सर्कल ऑफिसर, डीएसपी विरेंद्र विक्रम ने भी इस बात को कंफर्म करते हुए कहा कि ये वीडियो पुलिस की कार्रवाई का नहीं, बल्कि मॉक ड्रिल का है.

हमें जांच में क्या मिला?

वीडियो की जांच करने के बाद, हमने पाया कि वीडियो के पहले फ्रेम में एक बोर्ड है, जिसमें उस जगह का नाम लिखा है जहां कि ये घटना है.

सोशल मीडिया पर किया जा रहा है ये दावा

इसके बाद, हमने उस इलाके के पुलिस अफसर से बात की, जिन्होंने हमें बताया कि ये वीडियो मॉक ड्रिल का है. इसके बाद हमने ‘फैज़ाबाद पुलिस मोचक ड्रिल’ कीवर्ड्स डालकर सर्च किया और हमें ये वीडियो ऑनलाइन मिला.

हमें यूट्यूब पर एक वीडियो में मिला है, जो VK न्यूज ने 4 अप्रैल को अपलोड किया था. इस वीडियो में भी ये बात कही गई है कि ये वीडियो मॉक ड्रिल का है.

(जबसे ये महामारी फैली है, इंटरनेट पर बहुत सी झूठी बातें तैर रही हैं. क्विंट लगातार ऐसी झूठ और भ्रामक बातों की सच उजागर कर रहा है. आप यहां हमारे फैक्ट चेक स्टोरीज पढ़ सकते हैं.)

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