सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है. एरियल व्यू वाली इस फोटो में बहुत सारे टेंट लगे देखे जा सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि फोटो दिल्ली सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन की है. वेबकूफ की पड़ताल में सामने आया कि फोटो को लेकर किया जा रहा दावा झूठा है, असल में फोटो 2013 में हुए कुंभ मेले की है.
दावा
फोटो के साथ शेयर किए गए एक मैसेज का हिंदी अनुवाद है - दुनिया के सबसे बड़े प्रदर्शन सिंघू बॉर्डर दिल्ली की तस्वीर. फोटो के कैप्शन में ‘worldsupportindianfarmers’ लिखा हुआ है.
हमने पड़ताल में क्या पाया
वायरल फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से हमें Kerranelamassa वेबसाइट के आर्टिकल में यही फोटो मिली. आर्टिकल के हेडिंग का हिंदी अनुवाद है - महाकुंभ मेला, भारत का सबसे बड़ा उत्सव. इस आर्टिकल में भारत में होने वाले कुंभ मेले के बारे में विस्तार से बताया गया है. आर्टिकल से ये भी पता चलता है कि वायरल हो रही फोटो फिनलैंड के फोटोग्राफर विले पैलोनेन ने ली है.
हमने फोटोग्राफर विले पैलोनेन से संपर्क किया. पैलोनेन ने वेबकूफ टीम से हुई बातचीत में बताया कि ये फोटो उन्होंने साल 2013 में इलाहाबाद में आयोजित हुए कुंभ मेले में ली थी. विले ने एक मैगजीन की कॉपी भी हमसे साझा की, जिसमें फोटो नवंबर 2013 के एडिशन में पब्लिश की गई है. वायरल हो रही फोटो मैगजीन के पेज नं 50 और 51 पर देखी जा सकती है.
पड़ताल के दौरान हमें गेटी इमेजेस वेबसाइट पर 2013 कुंभ मेले में ली गई एक फोटो भी मिली. फोटो में कई सारे टेंटों का वही व्यू है, जैसा वायरल फोटो में दिख रहा है. दोनों फोटोज को मिलाने पर स्पष्ट हो रहा है कि ये एक ही जगह की हैं. मतलब साफ है कि कुंभ मेले की 7 साल पुरानी फोटो को सोशल मीडिया पर हाल में चल रहे किसान आंदोलन का बताया जा रहा है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)