10 मार्च को 5 राज्यों में हुए चुनावों का परिणाम घोषित हुआ. जहां यूपी में BJP ने सत्ता में वापसी की वहीं पंजाब में AAP ने सरकार बनाई है. इस बीच UP और पंजाब चुनावों के इर्द-गिर्द घूमती कई गलत दावे सोशल मीडिया पर वायरल हुए. एक ओर जहां भ्रामक थंबनेल का इस्तेमाल कर ये फेक दावा किया गया कि यूपी में फिर से 142 सीटों पर चुनाव होंगे तो वहीं मुलायम सिंह से मुलाकात करते योगी आदित्यनाथ की पुरानी फोटो शेयर कर झूठा दावा किया गया कि मुलायम, अखिलेश सीएम योगी को जीत की बधाई देने पहुंचे हैं.
भावुक होते सीएम योगी का एक पुराना वीडियो इस झूठे दावे से शेयर किया गया कि वो 'द कश्मीर फाइल्स' देखकर रो पड़े थे. तो वहीं नशे में धुत एक पंजाब पुलिसकर्मी का पुराना वीडियो शेयर कर पंजाब में आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा गया. इसके अलावा, ये झूठा दावा भी किया गया कि यूपी में AIMIM ने 165 सीटों में BJP को जीतने में मदद की है, जबकि AIMIM ने खुद 95 सीटों पर ही चुनाव लड़ा था. इस हफ्ते सोशल मीडिया पर किए गए ऐसे ही झूठे दावों की पड़ताल हमने की है. जानिए उन सभी का सच एक जगह एक साथ
न तो चुनाव आयोग ने कबूली EVM बदले जाने की बात, न ही फिर से होंगे यूपी में चुनाव
एक स्क्रीनशॉट वायरल हुआ, जिसमें लिखा है कि यूपी में 142 सीटों में फिर से चुनाव होंगे और चुनाव आयोग (ECI) ने स्वीकार किया है कि EVM बदली गई हैं.
पड़ताल में हमने पाया कि वायरल स्क्रीनशॉट एक यूट्यूब वीडियो का थंबनेल है, जिसके जरिए गलत दावा किया गया है. न तो 142 सीटों पर फिर से चुनाव होने से जुड़ा कोई बयान ECI की ओर से दिया गया है और न ही EVM में गड़बड़ी जैसी कोई भी बात ECI ने की है.
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CM योगी को जीत की बधाई देने नहीं पहुंचे मुलायम,अखिलेश,शिवपाल, 2019 की है फोटो
अखिलेश यादव, शिवपाल यादव, और मुलायम सिंह के साथ यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ की एक फोटो शेयर कर दावा किया गया कि तीनों लोग सीएम योगी को जीत की बधाई देने के लिए पहुंचे हैं.
हालांकि, पड़ताल में हमने पाया कि ये फोटो हाल की नहीं, बल्कि 2019 की है. न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक तब मुलायम सिंह यादव की तबीयत खराब होने की वजह से उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा था. जिसके बाद योगी आदित्यनाथ उनका हाल जानने उनके आवास पहुंचे थे.
मतलब साफ है कि 3 साल पुरानी फोटो हाल में आए विधानसभा चुनावों के परिणामों से जोड़कर गलत दावे से शेयर की जा रही है.
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'द कश्मीर फाइल्स' देखते हुए नहीं रोए योगी आदित्यनाथ
एक वीडियो में यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को भावुक होकर रोते देखा जा सकता है. इसे शेयर कर दावा किया गया कि वो हाल ही में रिलीज हुई फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को देखकर रोए थे.
रोते हुए सीएम योगी का ये वीडियो हाल का नहीं, 5 साल पुराना है. साल 2017 में गोरखपुर में शहीदों की याद में एक आयोजन में तब सीएम योगी भावुक होकर रोने लगे थे. इस वीडियो का 'द कश्मीर फाइल्स' से कोई संबंध नहीं है.
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AIMIM की मदद से BJP ने यूपी में नहीं जीतीं 165 सीटें
एक वायरल पोस्ट शेयर कर दावा किया गया कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (AIMIM) ने हाल में ही हुए यूपी विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 165 सीटों पर 2,000 से कम वोटों के अंतर से जीतने में मदद की है. दावे में ये भी कहा गया है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ने BJP की मदद के लिए इन सीटों पर समाजवादी पार्टी (SP) के वोटों को काटा है.
इस दावे के आधार पर IANS ने भी स्टोरी पब्लिश की थी, जिसे बाद में कई न्यूज वेबसाइट में इस्तेमाल किया गया.
हालांकि, वायरल पोस्ट में जितने भी दावे किए गए वो सभी गलत निकले. AIMIM ने सिर्फ 95 सीटों में यूपी में चुनाव लड़ा था, तो 165 सीटों में समाजवादी पार्टी के वोट काटकर बीजेपी को फायदा पहुंचाने वाली बात साफ तौर पर झूठी है.
हमने ECI की वेबसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों पर नजर डाली. नतीजों के मुताबिक, ऐसी कोई सीट नहीं थी, जिसमें किसी पार्टी ने 200 से कम वोटों के अंतर से जीत हासिल की हो.
दूसरे दावे में कहा गया कि बीजेपी ने 500 से कम वोटों के अंतर से 23 सीटें जीतीं.
हालांकि, ये भी गलत है क्योंकि इस कैटेगरी में कुल 11 सीटें जीती गई हैं, जिसमें बीजेपी और समाजवादी पार्टी दोनों की जीत शामिल है
मतलब साफ है कि यूपी चुनाव परिणामों से जुड़ा एक गलत दावा सोशल मीडिया पर वायरल किया गया कि AIMIM ने BJP को 165 सीटों में जीतने में मदद की. इस दावे को कई मीडिया ऑर्गनाइजेशन ने भी रिपोर्ट में इस्तेमाल किया था.
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नशे में धुत पुलिसकर्मी का पुराना वीडियो पंजाब में आम आदमी पार्टी की जीत से जोड़कर वायरल
सोशल मीडिया पर पगड़ी पहने पुलिसकर्मी का पुराना वीडियो वायरल हुआ, जो नशे की हालत में जमीन पर बार-बार गिरता दिख रहा है. वीडियो को आम आदमी पार्टी (AAP) नेता और पंजाब के सीएम भगवंत मान पर निशाना साधते हुए शेयर किया गया.
वीडियो को कीफ्रेम में बांटकर, उनमें से कुछ पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें एक यूट्यूब चैनल पर 13 अप्रैल 2017 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला.
हालांकि, हम स्वतंत्र रूप से वीडियो की लोकेशन की पुष्टि नहीं कर पाए. लेकिन, इस वीडियो का भगवंत मान के चुनाव जीतने और पंजाब में हाल में संपन्न हुए विधानसभा चुनावों से कोई संबंध नहीं है, क्योंकि ये वीडियो करीब 5 साल पहले से इंटरनेट पर मौजूद है.
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