क्या है दावा?
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से शेयर की जा रही है. इस तस्वीर में एक मुस्लिम युवक बुर्का पहने हुए है और दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में ये लोग महिला बनकर बोगस वोट डाल रहे हैं.
एक ट्विटर यूजर चौकीदार आकाश ने इस तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा, ''तीन तलाक के बाद, मुस्लिम महिलाएं बीजेपी को वोट देने वाली थी...लेकिन मुजफ्फरनगर में बड़ी तादाद में मुस्लिम बुर्का पहन कर बूथ में नजर आ रहे हैं..''
केंद्रीय मंत्री और मुजफ्फरनगर से बीजेपी के कैंडिडेट संजीव बालियान के बयान को भी लिखा. केंद्रीय मंत्री ने कहा था, ''बुर्के में मुस्लिम महिलाओं के चेहरे चेक नहीं किए जा रहे हैं. इसके आड़ में फर्जी वोटिंग हो रही है. अगर इसमें कुछ एक्शन नहीं लिया जाएगा तो मैं फिर से चुनाव की मांग करूंगा.''
ट्विटर और फेसबुक पर कई सारे लोग यही बात कह रहे थे.
इस तस्वीर की सच्चाई क्या है?
एक बार इस फोटो को गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च करने पर इसकी सच्चाई सामने आ गई. ये फोटो 2015 की है.
2015 में कई रिपोर्ट्स में ये तस्वीर लगाई गई थी. खबर थी कि ये शख्स आरएसएस का है और किसी मंदिर में इसने बीफ फेंकने की कोशिश की थी. बुर्के में इस शख्स ने धार्मिक दंगे फैलाने की कोशिश की थी.
ये तस्वीर पुरानी है और गलत संदर्भ में शेयर की जा रही है. ये वो शख्स नहीं है जिसे बुर्का पहन कर बोगस वोट करने वाला बताया जा रहा है.
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