सोशल मीडिया पर एक जुलूस का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें जय श्री राम के नारे लगाए जा रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि भगवान राम के भक्त भारत को ''हिंदू राष्ट्र'' घोषित करने के लिए अयोध्या (Ayodhya) पहुंच चुके हैं.
हालांकि, हमने पाया कि ये वीडियो 'दुर्गामाता दौड़' का एक पुराना वीडियो है. ये हर साल होने वाला एक धार्मिक समारोह है जिसे दक्षिणपंथी नेता संभाजी भीड़े के संगठन 'शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्तान' की ओर से आयोजित किया जाता है. ये समारोह महाराष्ट्र के सांगली जिले के मिरज शहर में दशहरा के मौके पर आयोजित किया जाता है.
एक स्थानीय रिपोर्टर ने क्विंट से पुष्टि की कि ये वीडियो वास्तव में 'दुर्गामाता दौड़' कार्यक्रम का है.
दावा
वीडियो शेयर कर ये दावा किया जा रहा है, ''हिंदू राष्ट्र घोषित करवाने के लिए सारे राम भक्त अयोध्या पहुंच चुके हैं हर हिंदू का एक ही सपना हिंदू राष्ट्र हो भारत अपना जय जय श्री राम''
वीडियो के साथ शेयर की गई ऐसी ही एक और पोस्ट का आर्काइव आप यहां देख सकते हैं.
पड़ताल में हमने क्या पाया
एक स्थानीय पत्रकार की मदद से, हमें पता चला कि ये वीडियो महाराष्ट्र में होने वाले 'दुर्गामाता दौड़' कार्यक्रम का है.
यहां से क्लू लेकर, हमने 'दुर्गामाता दौड़' (Durgamata Daud) जैसे मराठी कीवर्ड्स का इस्तेमाल कर यूट्यूब पर इससे संबंधित वीडियो सर्च किए. हमें अक्टूबर 2019 का एक वीडियो मिला, जो वायरल वीडियो जैसा ही था.
वीडियो का कैप्शन मराठी में था, जिसमें लिखा हुआ था, ''दुर्गामाता दौड़, मिरज विभाग''.
हमने इस वार्षिक जुलूस के कार्यक्रम के बारे में न्यूज रिपोर्ट्स भी चेक कीं. हमें Loksatta Live और TV9 Marathi जैसे मराठी न्यूज आउटलेट पर इस समारोह से जुड़े वीडियो मिले.
TV9 Marathi पर 10 अक्टूबर 2018 को पब्लिश एक वीडियो में, हमें वायरल वीडियो जैसे (हालांकि हूबहू नहीं) विजुअल मिले.
हमें वायरल वीडियो के बैकग्राउंड में एक दुकान दिखी, जिससे हम ये पुष्टि कर पाए कि ये वीडियो सच में सांगली जिले के मिरज का है.
वीडियो के 3 सेकंड पर एक बोर्ड देखा जा सकता है, जिस पर Laxmi Sports लिखा हुआ है.
गूगल मैप्स पर दुकान को सर्च करने पर, हमें सांगली जिले के मिरज में 'New Shree Laxmi Sports' नाम का स्टोर मिला, जो वायरल वीडियो की होर्डिंग से मेल खाता है.
हमने सांगली के एक स्थानीय रिपोर्ट राजेंद्र कांबले से भी संपर्क किया. उन्होंने हमें पुष्टि की कि ये विजुअल सच में मिरज में 'दुर्गमाता दौड़' कार्यक्रम के हैं.
क्विंट से बातचीत में, उन्होंने कहा, ''मैं 'दुर्गामाता दौड़' कार्यक्रम को कवर करता हूं. इसलिए, मैं ये बता सकता हूं कि ये वीडियो इसी कार्यक्रम का है. हालांकि, ये हाल का वीडियो नहीं है, क्योंकि पिछले साल कोविड की वजह से जुलूस नहीं निकाला गया था. इस साल भी इसे रद्द कर दिया गया है.''
मतलब साफ है कि महाराष्ट्र में जुलूस का एक पुराना वीडियो अयोध्या का बता झूठा सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है.
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