सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें स्टेडियम में मौजूद लोग एक साथ नमाज अदा करते हुए दिख रहे हैं.
क्या है दावा?: वीडियो को फीफा वर्ल्ड कप 2022 (FIFA World Cup 2022) का बताकर शेयर किया गया है. कैप्शन में लिखा गया है, ''क़तर: फीफा वर्ल्ड कप के दौरान स्टेडियम में हज़ारों लोगों ने पढ़ी नमाज़।''

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(सोर्स: स्क्रीनशॉट/ट्विटर)
सच क्या है? : हमने पाया कि वायरल वीडियो कतर का नहीं है और न ही इसका फीफा वर्ल्ड कप 2022 से कोई संबंध है. ये वीडियो रूस के कजान शहर में मौजूद Ak Bars Arena स्टेडियम का है और पुराना है.
हमने सच का पता कैसे लगाया? : हमने वायरल वीडियो को ध्यान से देखा तो पाया कि उसमें बैकग्राउंड में बड़ा सा KAZAN लिखा दिख रहा है. हमने गूगल मैप्स में चेक किया तो पाया कि ये स्टेडियम रूस में मौजूद है.
हमने यहां से क्लू लेकर यूट्यूब पर जरूरी कीवर्ड डालकर सर्च किया. इससे हमें साल 2019 को अपलोड किया गया एक वीडियो मिला.
वीडियो टाइटल और डिस्क्रिप्शन के मुताबिक, ये वीडियो रूस के कजान स्टेडियम का है.
दोनों वीडियोज की तुलना करने पर हमें समानताएं दिखीं.

बाएं वायरल वीडियो, दाएं यूट्यूब वीडियो
(फोटो: Altered by The Quint)
हमें जून 2019 की एक और फेसबुक पोस्ट मिली, जिसमें यही वीडियो इस्तेमाल किया गया था. पोस्ट के कैप्शन में इस वीडियो को 25 मई 2019 का बताया गया है.
हमें एक रूसी न्यूजपेपर RealNoevremya पर 24 जून 2016 की रिपोर्ट मिली. जिसमें इसी तरह के इवेंट बारे में बताया गया था.
हालांकि, रिपोर्ट में मौजूद वीडियो, वायरल वीडियो से अलग था. लेकिन दोनों वीडियो एक ही स्टेडियम के हैं.
हमें इसी वेबसाइट पर और भी रिपोर्ट मिली, जिसमें 14 फरवरी 2020 को कजान अरेना में हुई इफ्तार के बारे में बताया गया है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया था कि साल 2019 में इसी स्टेडियम में 15 हजार लोग शामिल हुए थे.
निष्कर्ष: साफ है कि वायरल वीडियो इंटरनेट पर साल 2019 से मौजूद है. और ये वीडियो रूस का है कतर का नहीं.
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