शाहीन बाग और लुधियाना में हुए नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शनों की पुरानी तस्वीरें गलत लोकेशन के साथ वायरल हो रही हैं. दावा किया जा रहा है कि शाहीन बाग प्रदर्शन के सिखों ने अभी चल रहे किसान प्रदर्शन में भी हिस्सा लिया है.
हालांकि, हमने पाया कि तस्वीरे पुरानी हैं और फरवरी महीने की हैं, जब भारतीय किसान यूनियन ने शाहीन बाग में एंटी-CAA प्रदर्शन में हिस्सा लिया था.
दावा
तस्वीरों को अलग-अलग कैप्शन के साथ शेयर कर दावा किया गया कि ये उन किसानों की है जिन्होंने पहले शाहीन बाग में प्रदर्शन किया और अब किसान प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे हैं.
हमें क्या मिला?
दोनों ही तस्वीरें फरवरी और मार्च के दौरान हुए एंटी-CAA प्रदर्शन की हैं. एक लुधियाना की है और दूसरी दिल्ली के शाहीन बाग की.
पहली तस्वीर
रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ‘Naujawan Bharat Sabha' का एक फेसबुक पोस्ट मिला, जिसमें लिखा था कि किसान, मजदूर, युवा, छात्रों के 14 संगठन और मुस्लिम समुदाय संगठन मजलिस अहरार इस्लाम हिन्द लुधियाना में 9 मार्च को जालंधर बाईपास पर मिलेंगे. इस लोकेशन को 'लुधियाना का शाहीन बाग' कहा गया.
हमने पाया कि ये तस्वीर इसी कैप्शन के साथ 3 मार्च 2020 को भारतीय किसान यूनियन के फेसबुक पेज पर भी अपलोड की गई थी.
“Shaheen Bagh Ludhiana” लिखे इसी बैनर की तस्वीर हमें द ट्रिब्यून की पंजाबी वेबसाइट पर भी मिली. इससे भी प्रदर्शन की जगह की पहचान जालंधर बाईपास हुई.
इसलिए ये तस्वीर दिल्ली के शाहीन बाग की नहीं बल्कि लुधियाना की है.
दूसरी तस्वीर
क्विंट ने पहले ही ये तस्वीर भारतीय किसान यूनियन के फेसबुक पेज पाई थी, जब एक दूसरे फेक दावे का भंडाफोड़ किया था. इस दावे में कहा गया था कि बीच में लाल टॉप पहने खड़ी महिला वही है, जो हाथरस के पीड़ित परिवार से मिलने गई थी और पीड़िता की भाभी होने का नाटक कर रही थी.
बैकग्राउंड में दिख रहे तीन स्टोर्स का हमने एड्रेस चेक किया. ये तीन स्टोर हैं- Panache Exhibitions, Peter England और Raymond.
वेबसाइट के मुताबिक, Panache Exhibitions की एक ब्रांच दिल्ली के कालिंदी कुंज में है (शॉप नंबर G-66). हमें G-66 पर Raymond shop और Peter England की दुकानें भी मिलीं.
गूगल मैप पर 2017 की तस्वीरें तीनों दुकानों के बोर्ड दिखाती हैं, वायरल तस्वीर की तरह.
CAA के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों ने कालिंदी कुंज-शाहीन बाग स्ट्रेच पर विरोध जताया था.
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