एक वीडियो गलत दावे के साथ वायरल हो रहा है जिसमें दो लोगों को नग्न अवस्था में घुमाया जा रहा है. दावा किया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के देवरिया में 2 दलितों को बुरी तरह से पीटा गया क्योंकि वो फसल काटने के लिए नहीं आए थे.
हालांकि ये घटना राजस्थान के बांसवाड़ा जिले की है. जब 20 साल का एक आदिवासी व्यक्ति और रिश्ते में उसकी बहन, जो कथित तौर पर रिश्ते में थे वो गांव छोड़कर भाग गए थे.
दावा
वीडियो के साथ दावा किया गया कि- “ये देवरिया के सकरापार कि घटना है दलित के लड़के और लड़की को निर्वस्त्र कर मार रहे है. फसल काटने नही आए सिर्फ इसलिए युवक और युवती को निर्दयता से निर्वस्त्र कर पिटाई की गई. समझ नहीं आता की ये योगी महाराज किस रामराज्य की बात कर सत्ता को हथियाए हैं ??”
कई लोगों ने फेसबुक पर ये वीडियो इसी दावे के साथ शेयर किया.
हमें क्या मिला?
हमने इस वीडियो के कई फ्रेम निकालकर और कुछ जरूरी कीवर्ड्स के साथ गूगल पर रिवर्स इमेज सर्च किया. तब हमें तेज न्यूज पर छपा साल 2017 एक आर्टिकल मिला.
इस आर्टिकल में वायरल वीडियो की कुछ फोटो का इस्तेमाल किया गया है. इस आर्टिकल में ये भी लिखा है कि गुजरात चुनाव के पहले भी इसे गलत दावे के साथ वायरल कराया गया. लेकिन ये वीडियो राजस्थान के शंभूपुरा गांव का है.
इसके अलावा कालिंजारा राजस्थान के SHO देवी लाल ने क्विंट को बताया कि ये घटना पुरानी है जिसे अब देवरिया का बताया जा रहा है. उन्होंने बताया कि -
ये वीडियो अप्रैल 2017 में शंभूपुरा गांव में घटी वारदात का है, तब इस मामले में करीब 24 लोग गिरफ्तार हुए थे. अब इसे ताजा वीडियो बताकर फिर से शेयर किया जा रहा है.देवी लाल, कालिंजारा राजस्थान के SHO
2017 में क्या हुआ था?
द क्विंट ने भी तब इस मामले को रिपोर्ट किया था कि भील समुदाय के एक जोड़े को बुरी तरह से पीटा गया और उनको नग्न करके पूरे गांव में घुमाया गया. तब इस घटना का वीडियो काफी वायरल हुआ था. ये घटना राजस्थान के बांसवाड़ा गांव के शंभूपुरा गांव की है.
इस मामले में पीड़ित 20 साल का एक आदिवासी व्यक्ति और उसकी रिश्ते में लगने वाली बहन थी. दोनों रिलेशनशिप में थे. दोनों अपने परिवार की नाराजगी से बचने के लिए गुजरात भाग गए थे. लेकिन उनको फिर से गांव में वापस बुलाया गया.
पुलिस ने बताया कि उनको इस घटना के बारे में तभी पता चला जब ये वीडियो वायरल हुआ. बांसवाड़ा के एसपी आनंद शर्मा ने बताया था कि गांव वाले एकजुट थे और वो अपने तरीके से 'न्याय' करना चाहते थे.
NDTV, हिंदुस्तान टाइम्स, डेक्कन क्रॉनिकल कई सारे मीडिया संस्थानों ने इस मामले को 2017 में रिपोर्ट किया था.
तो साफ है कि पुरानी घटना का वीडियो जिसमें एक प्यार करने वाले कपल को नग्न करके राजस्थान के गांव में घुमाया गया था, उसी वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया गया.
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