कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने 19 जुलाई को बाढ़ की दो तस्वीरें ट्वीट की. प्रियंका ने इनके जरिए असम, बिहार और उत्तर प्रदेश में जारी बाढ़ की स्थिति का मुद्दा उठाया. हालांकि प्रियंका ने जो तस्वीरें ट्वीट की हैं, वो 2019 और 2017 की हैं.
दावा
अब डिलीट किए जा चुके ट्वीट में प्रियंका गांधी ने लिखा, “असम, बिहार और यूपी के कई क्षेत्रों में आई बाढ़ से जनजीवन अस्त व्यस्त है. लाखों लोगों पर संकट के बादल छाए हुए हैं. बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए हम तत्पर हैं. मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं व नेताओं से अपील करती हूं कि प्रभावित लोगों की मदद करने का हर संभव प्रयास करें.”
उन्होंने ट्वीट के साथ दो तस्वीरें भी अटैच कीं, जिसमें डूबे हुए घर और भयंकर बाढ़ में फंसा एक आदमी दिख रहा था.
कई ट्विटर यूजर ने इन्हीं तस्वीरों को असम की बाढ़ स्थिति का बताकर शेयर किया है.
हाल में DD न्यूज की एक रिपोर्ट में भी यही तस्वीरें इस्तेमाल हुई हैं. इसी तरह न्यूज 18 गुजरती और प्रभात खबर डिजिटल ने भी यही फोटो इस्तेमाल की हैं.
हमें क्या मिला?
प्रियंका गांधी ने जो तस्वीरें शेयर की हैं, वो पुरानी हैं और उनका अभी की बाढ़ से संबंध नहीं है.
पहली फोटो
एक आसान सा रिवर्स सर्च करने पर पता चलता है कि पहली फोटो पीटीआई की है, जो 2019 में आसन के मोरीगांव जिले के डूबने पर ली गई थी. पिछले साल की न्यूज रिपोर्ट में भी ये फोटो मिलती है.
दूसरी फोटो
इस फोटो का रिवर्स सर्च करने पर पता चला कि ये 2017 में बाढ़ में डूबे बिहार के अररिया जिले की है और ये भी पीटीआई की है. 2017 की कई न्यूज रिपोर्ट में ये फोटो आई थी.
बिहार की आपदा प्रबंधन विभाग की वेबसाइट पर बताया गया कि राज्य में बाढ़ से कम से कम 3 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. ANI के मुताबिक, असम में 85 लोगों की मौत हो चुकी है और 70 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.
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