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RBI  ने साल 2014 में कोई सोना विदेश नहीं भेजा

ये दावा दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे नवनीत चतुर्वेदी ने किया है.

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क्या है दावा?

दक्षिणी दिल्ली से चुनाव लड़ रहे एक कैंडिडेट ने केंद्र की बीजेपी सरकार को लेकर बड़ा दावा किया है. दावा ये है कि साल 2014 में जब बीजेपी सत्ता में आई तो उसके तुरंत बाद रिजर्व बैंक ने 200 टन सोना दूसरे देशों में एक्सपोर्ट कर दिया.

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2 मई को नेशनल हेराल्ड में आई एक खबर के मुताबिक दक्षिणी दिल्ली सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे नवनीत (जो कि पेशे से एक खोजी पत्रकार भी हैं) ने ये दावा किया है. रिजर्व बैंक की सालाना रिपोर्ट की स्टडी और रिजर्व बैंक में मौजूद सोने पर आरटीआई के जरिए जानकारी लेकर नवनीत इस नतीजे पर पहुंचे थे.

नवनीत ये भी कह रहे हैं कि ये वही सोना है जो भारत सरकार ने साल 2009 में आईएमएफ से खरीदा था.

कांग्रेस पार्टी ने इस खबर को ट्विटर पर पोस्ट किया, जिसके के बाद यही खबर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने भी शेयर की है.

सच या झूठ?

इस खबर में किया गया दावा बिल्कुल गलत है. ये बात 3 मई को रिजर्व बैंक ने खुद कही है.

हमने प्रिंट और सोशल मीडिया में कुछ ऐसी खबरें देखी हैं जिनमें ये कहा जा रहा है कि साल 2014 में रिजर्व बैंक ने अपना सोना विदेश में शिफ्ट किया है. ये एक आम प्रक्रिया है जो हर देश की केंद्रीय बैंक करता है. वो अपना सोना दूसरे देशों के सेफ कस्टडी में रखते हैं, जैसे कि बैंक ऑफ इंग्लैंड.
आरबीआई स्टेटमेंट

ये भी कहा गया कि ‘‘साल 2014 में कोई भी सोना विदेश में नहीं भेजा गया था और ये दावा पूरी तरह से गलत है.’’

रिजर्व बैंक के साल 2013-14 के सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, ''रिजर्व बैंक के पास 557.75 मेट्रिक टन सोना है. इसमें से 292.26 मेट्रिक टन सोना इशू विभाग के तहत रखा गया है और 265.49 मेट्रिक टन सोना बैंकिंग से जुड़े कामों के लिए जमा है.''

इशू विभाग में रखे सोने का दाम 3.6 फीसदी गिरा जिससे उसकी कीमत 30 जून 2013 को 674.31 करोड़ रुपये थी जो बाद में घटकर 649.78 करोड़ रुपये हो गई.   
ये दावा दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे नवनीत चतुर्वेदी ने किया है.
रिजर्व बैंक की साल 2013-14 की सालाना रिपोर्ट
(फोटो: RBI)  

2017-18 के सालाना रिपोर्ट में आरबीआई ने कहा था, ''रिजर्व बैंक के पास 566.23 मेट्रिक टन सोना है जिसमें से 292.30 मेट्रिक टन सोना करेंसी नोट्स के लिए बैकिंग के तौर पर रखा गया जो 30 जून 2018 को जारी किए गए थे.''

ये दावा दक्षिणी दिल्ली से लोकसभा का चुनाव लड़ रहे नवनीत चतुर्वेदी ने किया है.
रिजर्व बैंक की साल 2017-18 की सालाना रिपोर्ट
(फोटो: RBI)  
ये भी कहा जा रहा है कि जो सोना नोट छापने के लिए रखा गया थे उसकी वैल्यू 7.70 फीसदी बढ़ी थी.

वहीं 20 जून,2017 को नोट बनाने के लिए रखे सोने के दाम में 7.70 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई. जिससे सोने की कीमत 690.30 करोड़ रुपये से बढ़कर 743.49 करोड़ रुपये हो गई.

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