जेएनयू की पूर्व छात्र नेता और एक्टिविस्ट शेहला राशिद के ट्विटर हैंडल से किए गए एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है. इस ट्वीट में ‘शिकारा’ फिल्म को बॉयकाट करने को कहा गया है.
विधु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘शिकारा’ फिल्म कश्मीरी पंडितों के पलायन पर बनी है, जिन्हें 1990 में कश्मीर घाटी छोड़ने के लिए मजबूर किया गया था.
स्क्रीनशॉट के मुताबिक, शेहला ने पत्रकार आदित्य राज कौल के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा है, 'प्लीज इस एंटी कश्मीरी मुस्लिम फिल्म शिकारा का बहिष्कार करें. अतीत को वर्तमान में लाने की कोई जरूरत नहीं है, जो बीत गई वो बात गई.'
सोशल मीडिया पर कई लोगों ने शेहला राशिद के इस ट्वीट को कोट कर शेयर किया.
क्या है सच्चाई?
7 जनवरी को दोपहर 1:43 बजे पत्रकार आदित्य राज कौल के वायरल स्क्रीनशॉट वाले ट्वीट को पोस्ट किया गया था. जब हमने इसकी पड़ताल के लिए उसी समय शेहला के ट्विटर हैंडल को ट्रैक करना शुरु किया, तो हमें ऐसा कोई ट्वीट नहीं मिला, जिसका टेक्स्ट वायरल स्क्रीनशॉट से मिल रहे हो.
जब हम वायरल स्क्रीनशॉट की तुलना उन ट्वीट्स से की, जो वाकई शेहला ने पोस्ट किया था, तब हमने पाया कि इसके ट्विटर फोर्मेट मैच नहीं कर रहा है.
उदाहरण के लिए, वायरल स्क्रीनशॉट में, शेहला के नाम और उनके ट्विटर हैंडल के बीच का अंतर ज्यादा है. (बाईं ओर नीले रंग में हाइलाइट किया गया).
साथ ही वायरल स्क्रीनशॉट में, आदित्य राज कौल का ट्विटर हैंडल कटा हुआ है. वहीं, शेहला ने जो शेफाली वैद्य को जवाब देते हुए ट्वीट किया है, वहां उनका हैंडल पूरा दिख रहा है. (दाईं ओर लाल रंग में हाइलाइट किया गया).
ऊपर की गई जांच डेक्सटॉप व्यू को ध्यान में रखते हुए की गई थी, लेकिन मोबाइल वर्जन में भी शेफाली वैद्य का ट्विटर अकाउंट पूरा देखा जा सकता है.
इसके अलावा, हमने पाया कि शेहला का वही रोहित आर्या नाम के यूजर को दिए गए जवाब में भी देखा जा सकता है.
रोहित का पोस्ट असल में ट्वीट नहीं है. उनके पोस्ट में ट्विटर हैंडल नहीं दिख रहा है, और जो ग्लोब है, वो फेसबुक पोस्ट में दिखाई देता है.
शेहला अपने ट्विटर अकाउंट का इस्तेमाल करते हुए फेसबुक के किसी पोस्ट का जवाब नहीं दे सकती हैं. हमें फेसबुक पर रोहित आर्या की वही पोस्ट उसी टेक्स्ट के साथ मिली.
क्विंट से बात करते हुए शेहला राशिद ने कहा कि जो स्क्रीनशॉट शेयर किए जा रहे हैं, उससे उनका कोई लेना-देना नहीं हैं.
‘ये पूरी तरह से फेक है, और मैं वास्तव में इससे हैरान हूं. इसके अलावा, मैं ये बता देना चाहती हूं मैं फिल्मों को बहिष्कार करने का समर्थन नहीं करती. मैंने इस फिल्म के बारे में सुना तक नहीं है, तो मैं बहिष्कार क्यों करूंगी?’शेहला राशिद, एक्टिविस्ट और जेएनयू की पूर्व छात्र
इससे साफ होता है कि गलत ट्वीट शेहला राशिद का बताकर शेयर किया जा रहा था.
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