पुर्तगाल में महीनों से ब्रेन डेड महिला ने एक बच्चे को जन्म दिया है. 26 वर्षीय पूर्व इंटरनेशनल एथलीट कैटरीना सिकेरिया को दिसंबर में ब्रेन डेड घोषित किया गया था. तीन महीने बाद स्वस्थ्य बेटे को जन्म देने के बाद उनकी मृत्यु हुई.
कैटरीना 26 दिसंबर को अस्थमा अटैक आया था, जिसके बाद वो कोमा में चली गईं. बाद में डॉक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया था.
बीबीसी की खबर के मुताबिक, जब कैटरीना को अस्थमा अटैक आया, तब वो 19 हफ्ते की प्रेगनेंट थीं. कोमा में जाने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें 56 दिनों तक वेंटिलेटर पर रखा, ताकि बच्चा जीवित रहे.
बच्चे का जन्म प्रेगनेंसी के 32 हफ्ते पूरे होने के बाद हुआ. डॉक्टरों ने सी-सेक्शन के जरिए कैटरीना का ऑपरेशन किया. परिवार ने बेटे का नाम साल्वाडोर रखा है.
कैटरीना के परिवार में जहां बच्चे के जन्म की खुशी है, तो वहीं उनके जाने का गम भी है.
उनकी मां फातिमा ब्रॉन्को ने कहा, ‘मेरे अंदर कड़वाहट और खुशी दोनों है. मैं अपने नाती से इस कड़वाहट के साथ नहीं मिलना चाहती.’
अस्पताल के एथिक्स कमेटी की मुख्य फिलिप अल्मायदा ने बताया कि बच्चे को मां की कोख में जिंदा रखने का फैसला परिवार का था. ऐसा पुर्तगाल के प्रीज्यूम्ड कंसेंट ऑर्गन डोनेशन लॉ के तहत भी संभव हो पाया. अल्मायदा ने कहा, 'डोनर होने का मतबल ये नहीं है कि आप लीवर या दिल दान देनें की स्थिति में हों, इसका मतलब ये भी है कि आप अपने आप को देने की स्थिति में हों, ताकि आपका बच्चा जीवित रहे.'
पुर्तगाल में ये दूसरा मामला है, जहां ब्रेन डेड महिला ने बच्चे को जन्म दिया है. इससे पहले, 2016 में, लिस्बन में लौरेंको नाम के बच्चे ने जन्म लिया था. ये बच्चा अपनी मृत मां के गर्भ में 15 हफ्ते जीवित रहने के बाद पैदा हुआ था.
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