2020 में चूहों के बसंत उत्सव ने निस्संदेह चीन के समस्त लोगों पर गहरा असर डाला है.एक नये तरह के कोरोनावायरस के कारण पैदा हुआ न्यूमोनिया एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति होते हुए पूरे चीन में फैल सकता है. वजह यह है कि साल में सबसे सघन यात्रा वाला यह समय होता है. यह वक्त बसंत उत्सव की छुट्टियों वाला है, जब अनगिनत लोग अपने घरों को लौटते हैं, परिवार के साथ इकट्ठा होते हैं. चूंकि यह बीमारी वुहान से पैदा हुई है जो मेगा सिटी है. यहां की आबादी एक करोड़ से ज्यादा है. अब यह शहर अभूतपूर्व बंदी की चपेट में है ताकि इस वायरस को फैलने से रोका जा सके.
हालांकि कोरोनावायरस का संक्रमण परेशान करने वाला है, चीनी जनता ने केंद्र सरकार के नेतृत्व में सामाजिक रूप से गोलबंद होने की मजबूती दिखलायी है. इससे इस महामारी को रोकने और नियंत्रित करने में जबरदस्त सफलता मिली है.
25 जनवरी को इस चंद्र नववर्ष के पहले दिन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग, जो कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के महासचिव भी हैं, ने पार्टी की पोलित ब्यूरो की स्टैंडिंग कमेटी की विशेष बैठक की अध्यक्षता की ताकि इस महामारी पर मजबूती से रोक और नियंत्रण की एक विस्तृत योजना बनायी जा सके.
वायरस का मुकाबला करने के लिए एक केंद्रीय नेतृत्व समूह का गठन किया गया ताकि विभिन्न इलाकों में स्थानीय स्तर पर महामारी की रोक और इसके नियंत्रण के लिए मार्गदर्शन किया जा सके.
27 जनवरी शी ने एक बार फिर महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस महामारी के खिलाफ संघर्ष की बागडोर आम जनता के हाथों में है. उसी दिन राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से सौंपी गयी जिम्मेदारी के अनुरूप चीनी प्रधानमंत्री ली केक्यांग ने वुहान में पैदा हुए कोरोना वायरस को नियंत्रण करने के प्रयासों का जायजा लिया.
28 जनवरी को दौरे पर आए विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के डायरेक्टर जनरल टेडरस अधानॉम घेबरेसस के साथ बैठक में राष्ट्रपति शी ने जोर देकर कहा कि चीन के पास पूरी क्षमता और विश्वास है कि वह कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में जरूरी प्रयास, वैज्ञानिक तरीके से रोकथाम और सीपीसी के मजबूत नेतृत्व में लक्ष्य को समर्पित नीतियों की बदौलत जीत हासिल करेंगे.
इस संघर्ष में चीन का आत्मविश्वास कहीं भी कम होता नजर नहीं आया. संस्थागत रूप से, तकनीक में और अनुभवों में यह देश आगे है. इससे इस आत्मविश्वास को मजबूती मिली.
संस्थागत लाभ
चीन को सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसके पास पूरे समाज को एकजुट करने की मजबूत क्षमता है और यह बड़े व तात्कालिक मामलों से निपटने के लिए पूरे देश की ताकत का सेतु की तरह इस्तेमाल कर सकता है. जैसा कि 29 जनवरी को देखने को मिला, चीन के 31 प्रॉविन्शियल इलाकों में पहले चरण की पब्लिक हेल्थ इमर्जेंसी लागू कर दी गयी ताकि कोरोनावायरस से निपटा जा सके.
शहर और ग्रामीण दोनों इलाकों में विभिन्न समुदायों के बीच तेजी से ग्रिड इमर्जेंसी मैनेजमेंट तैयार हो गयीं जिसमें जनता ने खुद को पूरी तरह से सुरक्षित करने और वायरस को फैलने से रोकने के लिए एकजुटता दिखलायी.
कई जगहों में प्रभावशाली तरीके से रोकथाम और नियंत्रण की साझा कोशिशें लागू की गयी, जिसने इस महामारी के फैलाव को रोकने में सकारात्मक भूमिका निभाई. सामाजिक रूप से इकट्ठा होने की मजबूत क्षमता यह प्रदर्शित करती है कि सीपीसी के नेतृत्व में चीन के सामाजिक शासन की बुनियाद और समाजवादी व्यवस्था लगातार बेहतर हो रही है.
इतिहास ने लगातार यह साबित किया है कि जब-जब जोखिम और चुनौतियों का अवसर आया है चाहे वह भूकंप में राहत की बात हो या सार्वजनिक स्वास्थ्य की आपातकालीन स्थितियां हों, चीनी जनता के लिए सीपीसी ने हमेशा ही रीढ़ की हड्डी बनकर सेवा की है. पार्टी के सदस्यों ने देश का भार अपने कंधों पर लिया है और लोगों को आगे की ओर बढ़ने में नेतृत्व किया है.
कई चिकित्साकर्मी और जमीन से जुड़े अधिकारी जो इस संक्रामक बीमारी के खिलाफ संघर्ष की अग्रिम पंक्ति में हैं वे पार्टी के सदस्य हैं. उन्होंने व्यावहारिक तौर पर काम करते हुए जबरदस्त योगदान दिया है. यह सीपीसी के वास्तविक मिशन और आकांक्षा को प्रदर्शित करता है.
तकनीक ने विश्वास बढ़ाया
इस महामारी से उबरने में चीन के विश्वास को मेडिकल टेक्नोलॉजी के विकास और सूचना तकनीक में देश की प्रगति से भी मजबूती मिली है. SARS महामारी फैलाने वाले वायरस की पहचान की तुलना में कोरोना वायरस को बहुत जल्द पहचान लिया गया.
महामारी की पहली रिपोर्ट के एक हफ्ते बाद कोरोनावायरस जीनोम की सफलतापूर्वक पहचान कर ली गयी और इसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ तुरंत साझा किया गया.
इस क्षमता में सुधार से वैश्विक स्तर पर महामारी पर रोक और नियंत्रण के ख्याल से बेशकीमती समय की बचत हुई. यह चीन की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार का प्रमाण है और इस बात का भी, कि बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण की क्षमता में हाल के वर्षों मे प्रगति हुई है.
5जी, टेलीमेडिसीन, क्लाउड प्लेटफॉर्म, बिग डेटा और कृत्रिम खुफिया जानकारी जैसी नयी तकनी का समर्थन भी कोरोना की महामारी के खिलाफ संघर्ष में मदद कर रहा है.
बिग डेटा से मिली पलायन की सूचना ने महामारी से बचाव और नियंत्रण के लिए एक संदर्भ उपलब्ध कराया. सिचुआन प्रॉविन्स में 5जी नेटवर्क के जरिए कोरोना वायरस से गम्भीर रूप से पीड़ित दो न्यूमोनिया के मरीजों का उपचार दूर बैठकर किया गया.
वुहान हुओशेनशान अस्पताल जिसे कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों के इलाजे के लिए तैयार किया गया है, वह 5 जी और क्लाउड नेटवर्क से जुड़ने के फायदों से पूरी तरह सुसज्जित है और यह टेलीमेडिसिन समेत दूसरी सेवाओँ के बारे में गहन सूचना उपलब्ध कराता है. महामारी से जैसे-जैसे देश उबर रहा है लोगों को महसूस हो रहा है कि चीन की विज्ञान और तकनीक की ताकत कितनी मजबूत और गतिशील हुई है.
अतीत की तबाहियों से सबक
इसके अलावा चीन में हर स्तर पर सरकारों ने आपातकालीन व्यवस्था में अपने अनुभवों को मजबूत बनाया है. बाढ़ और भूकंप, SARS और बर्ड फ्लू जैसी चुनौतियां और और इस दौरान दिखायी जाती रही जरूरी आपातकालीन क्षमता के कारण हासिल हुए अनुभव से स्थिति में काफी सुधार आया है.
इमर्जेंसी रेस्पॉन्स मेकैनिज्म को तेजी से सक्रिय करने, मदद के लिए लोगों की त्वरित तैनाती और महामारी के दौरान जरूरी आपूर्ति बरकरार रखने, महामारी पर रोक व नियंत्रण से जुड़ी सूचनाओं के खुलेपन और पारदर्शिता के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग और हस्तांतरण- ये सभी प्रमाण है कि जिम्मेदारी के मजबूत अहसास के साथ चीनी सरकार कोरोना वायरस की महामारी की रोकथाम और नियंत्रण में जुटी हुई है.
दुनिया को यह विश्वास है कि चीन की सरकार और लोग कोरोना वायरस के खिलाफ संघर्ष में अपने एकजुट प्रयासों और खुले अंतरराष्ट्रीय सहयोग के जरिए जीत हासिल करेंगे.
(बीजिंग स्थित चाइना पिक्टोरियल की ओर से यह सामग्री उपलब्ध करायी गयी है. लेखक चाइना पिक्टोरियल के चीफ एडिटर हैं.)
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