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9 यूरो में अनलिमिटेड यात्रा, जर्मनी में 3 महीने का प्रयोग- दुनिया को बड़ा संदेश

Carbon Emissions: जर्मनी ने €9 टिकट स्किम की मदद से तीन महीने के अंदर 1.8 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन को कैसे रोका?

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जब जलवायु परिवर्तन (Climate Change) मानव जाति के लिए जीवन के हर पहलू में सबसे बड़ा संकट बन चुका हो, तब कुछ सवालों का जवाब लिए एक पॉजिटिव खबर जर्मनी से आई है. जर्मनी ने 3 महीने का एक एक्सपेरिमेंट किया जिसमें यात्रियों को प्रति महीने केवल €9 (लगभग 700 रुपए) में लोकल ट्रेन और बसों पर अनलिमिटेड यात्रा की सुविधा दी गयी. अब एक रिसर्च में पता चला है कि जर्मनी की सरकार ने इस प्रोजेक्ट की मदद से तीन महीने के अंदर 1.8 मिलियन टन CO2 उत्सर्जन (CO2 emissions) को रोक दिया है.

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हालांकि जर्मनी की सरकार की इस योजना का पहला उद्देश्य कार्बन उत्सर्जन में कमी करना नहीं था. फ्यूल की खपत में कटौती और बढ़ती महंगाई से राहत देने के लिए 1 जून को शुरू होने के बाद से, इसके तहत लगभग 52 मिलियन टिकट बेचे गए हैं. इनमें से 20% टिकट उन लोगों को बेचा गया है जो आम तौर पर सार्वजनिक परिवहन का उपयोग नहीं करते थे. यह योजना बुधवार, 31 अगस्त को समाप्त हो रही है.

सार्वजनिक परिवहन के उपयोग से कार्बन उत्सर्जन में बड़ी कमी- रिसर्च में क्या पता चला?

एसोसिएशन ऑफ जर्मन ट्रांसपोर्ट कंपनीज (VDV) ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट के सस्ते टिकट का कार्बन उत्सर्जन पर प्रभाव से जुड़ा यह रिसर्च पूरा किया है. VDV ने कहा कि € 9 टिकट के कारण ही आमतौर पर पर्सनल कार का प्रयोग करने वाले लोगों ने बड़ी संख्या में सार्वजनिक परिवहन में स्विच किया और इसी का असर कार्बन उत्सर्जन में कटौती थी.

"€9 टिकट स्किम की प्रसिद्धि पर कोई शंका ही नहीं है और जलवायु परिवर्तन पर इसके सकारात्मक प्रभाव को सिद्ध किया जा सकता है."

इसने कहा कि €9 टिकट स्किम लागू कर बचाए गए कार्बन उत्सर्जन लगभग 350,000 घरों की बिजली उत्पन्न करने में होने वाले कार्बन उत्सर्जन के बराबर थी. यदि जर्मनी में गाड़ियों पर स्पीड-लिमिट लागू कर दी जाए तो इसी तरह की गिरावट एक वर्ष की अवधि में देखी जाएगी. इस रिपोर्ट के अनुसार एक सामान्य यात्री वाहन साल भर में लगभग 4.6 टन कार्बन उत्सर्जित करता है.

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एक तीर से दो निशान? जलवायु के साथ-साथ महंगाई पर भी काबू

जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के इस स्किम को कई विपक्षी पार्टियों ने जर्मनी में फ्यूल की कीमतों में वृद्धि और हाल के महीनों में बढ़ती महंगाई के प्रति एक उदासीन कदम बताया था. हालांकि अब चांसलर ने खुद इस योजना को "अभी तक हमारा सबसे अच्छा विचार" घोषित करते हुए प्रशंसा की है. माना जा रहा है कि इस स्किम ने जर्मनी में महंगाई को भी नियंत्रित करने में मदद की है. अभी देश में महंगाई 8% है.

€9 का टिकट खरीदने वाले 37% से अधिक लोगों ने इसे काम पर जाने के लिए इस्तेमाल किया, 50% ने इसका इस्तेमाल रोजमर्रा की यात्राओं के लिए किया जैसे कि खरीदारी के लिए या डॉक्टर के पास जाने के लिए.

इस स्किम की प्रसिद्धि अब इतनी है कि जर्मनी की केंद्र सरकार और क्षेत्रीय प्रशासन पर इसे किसी न किसी रूप में जारी रखने का भारी दबाव हैं. उम्मीद की जा रही है कि अब जो भी स्किम लाया जायेगा उसमें टिकट की कीमत कम से कम छह गुना अधिक होगी.

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