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विश्व को कोरोना के बाद भारत समेत कई देशों को 1 और टेंशन दे रहा चीन

दुनिया के कई हिस्से इस वक्त कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे हैं

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नोवेल कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुए संकट के बीच दुनियाभर में मास्क, वेंटिलेटर्स, टेस्टिंग किट्स और पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) जैसी चीजों की मांग तेजी से बढ़ी है. इस बीच चीन बड़े स्तर पर इन चीजों की सप्लाई दूसरे देशों को कर रहा है. कोरोना वायरस से निपटने के लिए भारत ने भी कई चीजें चीन से मंगाई हैं. मगर यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों से ये खबरें सामने आ रही हैं कि चीन से आई चीजों के साथ क्वालिटी कंट्रोल को लेकर बड़ी समस्या है.

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भले ही कई देश क्वालिटी टेस्ट में फेल हुई चीजों को इस्तेमाल करने की स्वीकृति नहीं दे रहे, मगर महामारी के बीच खराब चीजों की वजह से जरूरत पूरी होने में वक्त तो बर्बाद हो ही रहा है. इसके अलावा आर्थिक मोर्चे पर भी मुश्किल बढ़ रही है. 

'भारत में करीब 63000 चाइनीज PPE किट क्वालिटी टेस्ट में फेल'

न्यूज एजेंसी एएनआई ने स्वास्थ्य मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि चीन में बनी करीब 63000 PPE किट्स भारतीय मानकों की कसौटी पर खरी नहीं उतरी हैं. भारत सरकार के पास अभी PPE किट्स की टेस्टिंग और सर्टिफिकेशन के लिए 4 लैब हैं. सूत्रों ने ANI को बताया कि जो किट्स क्वालिटी टेस्ट में पास हो गई हैं, वो राज्यों को दे दी गई हैं. इसके अलावा उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने सिंगापुर से लगभग 2 लाख PPE किट्स मंगाने का ऑर्डर दिया है.

इन देशों से भी आईं चीन के घटिया मेडिकल इक्विपमेंट्स की खबरें

लॉस एंजेलिस टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ समय में स्पेन, चेक रिपब्लिक, स्लोवाकिया, तुर्की और ब्रिटेन के वैज्ञानिकों और हेल्थ अथॉरिटीज ने चीन से आई एंटीबॉडी कोरोना वायरस टेस्टिंग किट्स की क्वालिटी को लेकर शिकायत की है.

दुनिया के कई हिस्से इस वक्त कोरोना वायरस के कहर से जूझ रहे हैं

यहां तक कि जो पाकिस्तान चीन को अपना दोस्त मानता है, उसके मीडिया में भी चीन से आए मास्कों को घटिया बताया गया. इस मामले पर एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल ने कहा था, ''चाइना ने चूना लगा दिया.'' लाहौर बेस्ड न्यूज चैनल ने बताया था, ''N-95 मास्क के नाम पर चीन ने अंडरवियर से बने मास्क भेज दिए.''

मार्च के आखिर में नीदरलैंड ने अपने अस्पतालों से 600,000 फेस मास्क लौटाने के लिए कहा था, जो चीन से मंगाए गए थे. इन मास्क की खराब क्वालिटी के चलते ऐसा किया गया था.

हाल ही में जॉर्जिया ने एक चीनी कंपनी के साथ अपना कॉन्ट्रैक्ट रद्द कर दिया था, जिसने स्पेन को खराब क्वालिटी की टेस्टिंट किस्ट्स भेजी थीं. वहीं, चीनी टेस्टिंग किस्ट्स के लो एक्यूरेसी रेट की खबरों के बीच टेस्टिंग किट्स खरीदने के लिए मलयेशिया ने चीन के बजाए साउथ कोरिया को चुना.

हालांकि, मेडिकल इक्विपमेंट्स और टेस्टिंग किट्स को लेकर वैश्विक स्तर पर अपनी छवि खराब होते देख चीन ने खराब क्वालिटी की चीजों को जब्त करने जैसे कुछ कदम भी उठाए हैं, लेकिन फिलहाल वो बेअसर ही दिख रहे हैं.

'चीन ने इटली को बेचीं उसी से दान में मिलीं PPE किट्स'

कोरोना महामारी के बीच हाल ही में चीन को लेकर एक और हैरान करने वाली खबर आई थी. दरअसल द स्पेक्टेटर मैगजीन की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि जब चीन इस महामारी के पीक पर था, तब इटली ने उसे PPE किट्स डॉनेट की थीं. हालांकि जब चीन इस महामारी से उबरने लगा और इटली में महामारी का कहर टूटा तो चीन ने वही डॉनेट की गईं PPE किट्स चीन को बेच दीं.

बता दें कि पिछले साल दिसंबर में सबसे पहले चीन के वुहान में नोवेल कोराना वायरस का पहला मामला सामने आया था.

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