अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अफगानिस्तान में लाइब्रेरी फंड करने को लेकर पीएम मोदी पर तंज कसा. उन्होंने पीएम मोदी को सुझाव देते हुए कहा कि यहां इसका कोई भी इस्तेमाल नहीं है. ट्रंप ने अफगानिस्तान में भारत की तरफ से शांति को लेकर हो रहे प्रयासों के बारे में भी चर्चा की. साथ ही अन्य देशों पर आरोप लगाया कि वे युद्ध की मार झेल रहे देशों में मदद के लिए आगे नहीं आ रहे हैं.
पीएम मोदी को सलाह
ट्रंप ने अफगानिस्तान में भारत की मदद से खोली गई लाइब्रेरी का जिक्र करते हुए कहा, पीएम मोदी लगातार मुझे बता रहे हैं कि उन्होंने अफगानिस्तान में एक लाइब्रेरी बनवाई है. वह बहुत समझदार हैं, उन्हें इसके लिए धन्यवाद तो कहना चाहिए, लेकिन मुझे यह समझ नहीं आता है कि अफगानिस्तान में कौन इसका इस्तेमाल कर रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने खुद को अफगानिस्तान का सबसे बड़ा मददगार बताने के लिए भारत सरकार को निशाने पर लिया. उन्होंने अपने बयान में यह साबित किया कि अमेरिका के अलावा कोई भी देश युद्ध से जूझ रहे अफगानिस्तान की मदद नहीं कर रहा है.
अन्य देशों पर हमला
ट्रंप ने अन्य देशों पर हमला बोलते हुए कहा, कोई भी देश युद्ध झेल रहे अफगानिस्तान में मदद नहीं कर रहा है. इसके चलते अमेरिका को अरबों डॉलर का नुकसान झेलना पड़ रहा है. उन्होंने कहा, कई देशों के अध्यक्षों ने उन्हें बताया कि वो केवब 100 या 200 जवान भेजकर शांति प्रक्रिया का हिस्सा हैं. ट्रंप ने कहा कि अफगानिस्तान में कई देश हैं, लेकिन उन्हें भी बराबर की लड़ाई लड़नी चाहिए. भारत सहित सभी देशों को एक साथ लड़ना चाहिए.
भारत दे चुका है अरबों की मदद
ट्रंप ने भले ही भारत सरकार पर तंज कसा हो, लेकिन भारत अफगानिस्तान को काफी मदद करता रहा है. भारत ने 2001 से अफगानिस्तान को करीब 3 अरब डॉलर की मदद दी है. इसमें कई प्रोजेक्ट शामिल थे. इसमें अफगानिस्तानी बच्चों को भारत में मदद, स्कूल का निर्माण और अन्य सुविधाएं दी गई थीं.
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