अपने अजीबोगरीब और अतरंगी काम करने के तरीके और घोषणाओं के लिए 'मशहूर' डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि वो जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा नहीं लेंगे. ट्विटर के जरिए उन्होंने ये ऐलान किया है कि 20 जनवरी को होने जा रहे इस कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेंगे.
ट्रंप को पद से हटाने की हो रही है मांग
इस बीच कैपिटल हिल में हुई हिंसा के बाद डोनाल्ड ट्रंप को लेकर अमेरिकी में खासी नाराजगी देखी जा सकती है. अमेरिका के दो बड़े डेमोक्रेट और एक रिपब्लिकन कांग्रेसी ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पद से हटाने के लिए उपराष्ट्रपति माइक पेंस से कार्रवाई करने की मांग की है.
स्पीकर नैन्सी पेलोसी और सीनेट डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता चक शूमर ने गुरुवार को कहा कि वह अपने पद पर बने रहने के लिए बचे हुए 13 दिनों में देश के लिए खतरा पैदा कर सकते हैं और मंत्रिमंडल को संविधान में आह्वान करते हुए उन्हें राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने के लिए अयोग्य घोषित करते हुए उन्हें बाहर कर देना चाहिए. प्रतिनिधि सभा के एक रिपब्लिकन सदस्य एडम किंजिंगर ने भी ट्रंप को पद से हटाने का आह्वान किया.
पेलोसी ने धमकी देते हुए कहा कि अगर पेंस और कैबिनेट ने उन्हें संविधान के 25वें संशोधन के तहत नहीं हटाया तो वह ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कार्यवाही शुरू करेंगे.
पेलोसी ने कहा, "अगर उपराष्ट्रपति और मंत्रिमंडल कार्रवाई नहीं करते हैं, तो कांग्रेस महाभियोग के साथ आगे बढ़ने के लिए तैयारी करेगी."
दोनों दलों के कई नेताओं ने बुधवार को वाशिंगटन डीसी के कैपिटल हिल पर विद्रोह करने वाले समर्थकों के लिए ट्रंप को दोषी ठहराया. शूमर ने कहा कि अगर वह राष्ट्रपति नहीं होते तो हमला नहीं होता.
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