श्रीलंका(Sri Lanka) में भारतीय उच्चायोग ने 6 अप्रैल बुधवार को बताया कि पिछले 24 घंटे में श्रीलंका को 36,000 मीट्रिक टन पेट्रोल और 40,000 मीट्रिक टन डीजल की एक-एक खेप पहुंचाई गई है. भारतीय सहायता के तहत विभिन्न प्रकार के ईंधन की कुल आपूर्ति अब 270,000 मीट्रिक टन से अधिक हो गई है. इस बीच श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने अपनी सरकार की आलोचना भी की. उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शनों के दौरान आम जनता सिर्फ बुनियादी चीजें जैसे दूध पाउडर, गैस, चावल, पेट्रोल मांग रही है. श्रीलंका सकंट के बीच चलिए जानते हैं पांच बड़े अपडेट
श्रीलंका के राष्ट्रपति नहीं देंगे इस्तीफा
श्रीलंका में जारी आर्थिक सकंट के बीच श्रीलंका सरकार ने आज बड़ा बयान दिया. श्रीलंका सरकार की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे किसी भी हाल में इस्तीफा नहीं देंगे. दरअसल, गोतबाया राजपक्षे ने बुधवार को देश से आपातकाल वापस ले लिया था. विपक्ष उनके इस्तीफे की लगातार मांग कर रहा है.
भारत हमारा बड़ा भाई -अर्जुन रणतुंगा
अर्जुन रणतुंगा ने श्रीलंका सरकार के मौजूदा हालात को लेकर सीधा हमला करते हुए बोला कि इस सरकार ने अपने फायदे के लिए पूरे सविधान को बदल दिया. भारत हमारा बड़ा भाई रहा है. वे पेट्रोल- दवाओं जैसी हमारी जरूरतों को देख रहे हैं. भारत हमारी काफी मदद कर रहा है.
राजपक्षे सरकार के खिलाफ ननों का प्रदर्शन
देश भर में प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए, सैकड़ों कैथोलिक नन और पुजारियों ने चल रहे आर्थिक संकट के बीच श्रीलंका सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया.
दवाओं की कमी का विरोध करेंगे श्रीलंका के डॉक्टर
श्रीलंका के डॉक्टरों ने कहा कि वे बुधवार को राजधानी कोलंबो में सड़क पर विरोध प्रदर्शन करेंगे क्योंकि दशकों में देश के सबसे खराब आर्थिक संकट के कारण अस्पतालों में आवश्यक दवाएं खत्म हो गई हैं.
IMF वार्ता में सहायता के लिए श्रीलंका ने सलाहकार समूह बनाया
श्रीलंका ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के साथ जुड़ने में सरकारी अधिकारियों की सहायता के लिए तीन सदस्यीय सलाहकार समूह नियुक्त किया है, राष्ट्रपति ने बुधवार को कहा, क्योंकि द्वीप राष्ट्र एक गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा हैं.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)