"हमारी ओर एक मिसाइल आ रही है!", ये शब्द इजरायल (Israel) के एक तटीय शहर अश्कलोन में नर्स के रूप में काम करने वाली शीजा के हैं. शीजा भारत में रह रहे अपने 47 वर्षीय पति आनंद से शनिवार, 7 अक्टूबर की दोपहर को फोन पर बात कर रही थी, तभी उन्होंने फोन पर आनंद से मिसाइल हमले की बात कही.
केरल के कन्नूर जिले के मूल निवासी आनंद ने क्विंट को फोन पर बताया,
"वह (शीजा) पिछले एक साल से एक इजरायली परिवार के लिए होम नर्स के रूप में काम कर रही है. जब हम शनिवार को फोन पर थे, तो उसने मुझे बताया कि वह उस बुजुर्ग महिला की सफाई कर रही है जिसकी वह देखभाल करती थी. अचानक, उसने कहा कि एक मिसाइल उनकी तरफ आ रही थी - और फोन कट गया.''
हालांकि कुछ वक्त बाद 41 वर्षीय शीजा के दोस्त ने फोन कर के आनंद को बताया कि वह हमले में घायल हो गई थी. खबर है कि वह अब खतरे से बाहर है.
ताजा रिपोर्टों के मुताबिक, फिलिस्तीनी समूह हमास द्वारा 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया जिसके बाद 700 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि गाजा में 400 से अधिक लोग मारे गए हैं.
दक्षिणी तटीय शहर अश्कलोन, जहां शीजा काम करती थी, वह गाजा से केवल 20 किमी दूर है.
'चार सर्जरी हुईं'
आनंद ने द क्विंट को बताया कि शीजा की "पैर, हाथ, छाती और पेट पर चार इमर्जेन्सी सर्जरी हुईं." सर्जरी अश्कलोन के बरजिलाई मेडिकल सेंटर में की गई.
उनकी रीढ़ की हड्डी की सर्जरी भी करानी पड़ी, जिसके लिए उन्हें तेल अवीव के एक अस्पताल में ले जाया गया.
"हमने रविवार (8 अक्टूबर) की शाम को उससे संक्षेप में बात की. अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि वे उस अस्पताल में यह (रीढ़ की हड्डी की सर्जरी) नहीं कर सकते, इसलिए उन्होंने कहा कि वे उसे तेल अवीव के दूसरे अस्पताल में ट्रांसफर कर रहे हैं."
आनंद ने कहा, "लेकिन तब से, हमें उसकी स्थिति के बारे में कोई अपडेट नहीं मिला है. हम किसी से संपर्क नहीं कर पाए हैं."
द क्विंट आनंद के संपर्क में है - और जब भी उसके पास उनकी सेहत के बारे में कोई जानकारी आएगी तो इस स्टोरी को अपडेट किया जायेगा.
"हमें अब तक जो भी जानकारी मिली है, वह अश्कलोन में उसके दोस्तों के माध्यम से मिली है. हमसे न तो इजरायल में भारतीय दूतावास और न ही विदेश मंत्रालय ने संपर्क किया था."आनंद
इजरायल में रह रहे भारतीयों के लिए एक एडवाइजरी में भारतीय दूतावास ने सभी भारतीय नागरिकों को "सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों द्वारा सलाह के मुताबिक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने" के लिए कहा है.
हमले के समय, शीजा, वह महिला जिसकी वह देखभाल कर रही थी, और उसका बेटा घर में थे. अश्कलोन से प्राप्त रिपोर्टों के मुताबिक, वे तीनों घायल हो गए.
शीजा पिछले 6-7 सालों से इजरायल में होम नर्स के रूप में काम कर रही हैं. कन्नूर के पय्यावूर में रहने वाले इस जोड़े की दो बेटियां हैं, जिनमें से एक नर्सिंग की छात्रा है.
उनकी मां सरोजिनी ने मनोरमा न्यूज को बताया कि उनकी बेटी दो महीने बाद केरल जाने की योजना बना रही थी. सरोजिनी ने मनोरमा न्यूज को बताया, "शनिवार सुबह मैंने उनसे वीडियो कॉल के जरिए बातचीत की थी. लेकिन बाद में उनका फोन नहीं मिल रहा था. उनके दोस्तों ने हमें घटना के बारे में बताया."
मई 2021 में, केरल के इडुक्की की 30 वर्षीय केयरटेकर सौम्या संतोष की अश्कलोन में एक रॉकेट हमले में मौत हो गई थी. सौम्या के परिवार ने कहा था कि जब यह घटना हुई तब वह अपने पति से वीडियो कॉल पर बात कर रही थी.
द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 12,000-14,000 भारतीय इजरायल मुख्य रूप से केयरटेकर के रूप में काम करते हैं. रिपोर्ट बताती है कि ईएसएनआर [emigration clearance not required] की वजह से इजरायल नौकरी चाहने वालों के लिए एक पसंदीदा देश बनता है.
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