ईरान में महसा अमिनी (Mahsa Amini Death) की मौत को लगभग तीन सप्ताह का वक्त बीत चुका है लेकिन ईरानी महिलाओं का हिजाब विरोधी आंदोलन (Iran Anti-Hijab Protest) अभी भी उफान पर है. फेमिनिस्ट आइकन महसा अमिनी की मौत की पुलिस हिरासत में मौत से भड़का महिलाओं का हिजाब विरोधी आक्रोश अब सड़क से होता हुआ देश के क्लासरूमों में फैल गया है, जहां इसका नेतृत्व अब छात्राएं कर रही हैं.
स्कूल और यूनिवर्सिटी की छात्राएं ईरान के कट्टरपंथी शासन में बदलाव की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं. सोशल मीडिया पर सामने आ रहे वीडियो में छात्राओं को कारज और सानंदाज की सड़कों पर हिजाब के बिना मार्च करते देखा गया जहां वे महिला अधिकार और स्वतंत्रता के नारे भी लगा रही थीं.
ईरान में महिलाओं को हिजाब नहीं पहनने या कथित छोटे कपड़े पहनने से रोकने के लिए मोरैलिटी पुलिस का दल है. इसी पुलिस ने 22 साल की महसा अमिनी को कथित रूप से सही तरीके से हिजाब नहीं पहनने पर गिरफ्तार किया था, लेकिन संदिग्ध परिस्थितियों में अमिनी की हिरासत में मौत हो गयी. इसी के विरोध में ईरान में महिला आंदोलन शुरू हुआ था, लेकिन अब यह ईरान की कट्टरपंथी शासन में बदलाव की मांग वाले एक बड़े आंदोलन में विकसित हो गया है.
Mahsa Amini Death: शरीफ यूनिवर्सिटी में छात्रों पर सुरक्षा बल का लाठीचार्ज
शरीफ यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में संघर्ष तब शुरू हुआ जब महिला आंदोलन के लिए अपना समर्थन देते हुए विरोध करने वाले स्टूडेंट्स ने स्कूल के पहले दिन क्लासरूम में जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद ईरानी सुरक्षा बलों ने कथित तौर पर यूनिवर्सिटी को कई घंटों तक घेर लिया था, और स्टूडेंट्स के प्रदर्शन पर हिंसक कार्रवाई शुरू कर दी थी. यूनिवर्सिटी के आधिकारिक न्यूज पेपर, शरीफ डेली के अनुसार सुरक्षा बल ने कैंपस की पार्किंग में स्टूडेंट्स के बड़े समूहों पर गोलियां भी चलाईं.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, छापेमारी में कई छात्रों को गिरफ्तार किया गया. सरकारी न्यूज वेबसाइट- IRNA ने कहा कि शरीफ यूनिवर्सिटी में अशांति के दौरान किसी की मौत नहीं हुई है. बवाल के बाद, यूनिवर्सिटी में अब सभी क्लासेज ऑनलाइन मोड में चली गई हैं.
हिजाब लहराती लड़कियों का नारा- तानाशाह मुर्दाबाद
छात्रों के विरोध प्रदर्शन के वायरल हो रहे फुटेज में लड़कियों को हवा में हिजाब लहराते और स्कूल परिसर के अंदर नारे लगाते हुए देखा जा सकता है.
ट्विटर पर एक तस्वीर भी खूब वायरल है जिसमें लड़कियों को अपने सिर से हिजाब हटाकर अयातुल्ला खामेनेई और इस्लामी रिपब्लिक के संस्थापक, अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी के फोटो की और मिडिल फिंगर दिखाते हुए देखा गया.
स्कूली लड़कियों ने हिजाब हवा में लहराते हुए और "तानाशाह मुर्दाबाद" के नारे लगाते हुए ईरान के दक्षिणी शहर शिराज में एक मेन रोड पर ट्रैफिक रोक दिया.
NGO ईरान ह्यूमन राइट्स द्वारा मंगलवार, 4 अक्टूबर को प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, अमिनी की मौत के बाद पूरे ईरान में विरोध प्रदर्शनों पर पुलिसिया कार्रवाई में बच्चों सहित कम से कम 154 लोग मारे गए हैं.
दूसरी तरफ रविवार को ईरान के संसद में, सांसदों ने प्रदर्शनों पर अंकुश लगाने के लिए सुरक्षा बलों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए "धन्यवाद, धन्यवाद, पुलिस" के नारे लगाए.
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