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कमला हैरिस ने भारत में बिताए समय, इडली के लिए ‘प्यार’ को किया याद

कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन हैरिस भारत से थीं

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अमेरिका में डेमोक्रेटिक पार्टी से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने भारत के 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को बधाई दी. हैरिस ने कहा कि ये 'उल्लेखनीय है कि हमारे लोगों ने न्याय के लिए लड़ाई में कितनी प्रगति कर ली है.' कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन हैरिस भारत से थीं.

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डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन के साथ अमेरिकी चुनाव के लिए उम्मीदवारी दाखिल करने के एक दिन बाद सीनेटर हैरिस ने कहा, "भारतीय और अमेरिकी समुदाय साझा इतिहास और संस्कृति के अलावा और भी कई चीजों से जुड़े हैं."

'साउथ एशियन्स फॉर बाइडेन' नाम के संगठन के एक इवेंट में कमला हैरिस ने अपनी भारतीय विरासत पर बात करते हुए चेन्नई में अपने नाना के साथ 'दूर-दूर तक टहलना' और 'अच्छी इडली के लिए प्यार' को याद किया. हैरिस ने बताया कि उनकी तमिल भारतीय-अमेरिकी और कैंसर रिसर्चर मां की वजह से ही उन्हें इडली से प्यार हुआ था.

सीनेटर हैरिस ने याद किया कि उनके सिविल सर्वेंट रह चुके नाना पीवी गोपालन ने उन्हें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बारे में बताया था. उन्होंने कहा कि उस सीख का 'आज वो जहां पहुंची हैं' में योगदान है.

जब हम बड़े हो रहे थे तो मेरी मां मुझे और मेरी बहन माया को तब जिसे मद्रास कहते थे, वहां ले जाया करती थीं. क्योंकि वो चाहती थीं कि हम जानें कि वो कहां से आई हैं. और हां वो हम दोनों में अच्छी इडली के लिए प्यार जगाना चाहती थीं.
कमला हैरिस, डेमोक्रेटिक पार्टी से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार

13 लाख भारतीय-अमेरिकी लोगों पर नजर

3 नवंबर को होने वाले अमेरिकी चुनाव में 13 लाख भारतीय-अमेरिकी लोगों के वोट डालने की उम्मीद है. इसी को देखते हुए 'साउथ एशियन्स फॉर बाइडेन' संगठन ने भारत के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर 'इंडियंस फॉर बाइडेन नेशनल काउंसिल' भी लॉन्च किया.

डेमोक्रेटिक पार्टी अलग-अलग बैकग्राउंड के भारतीय-अमेरिकी लोगों को जो बाइडेन के पक्ष में करने पर काम कर रही है. वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया कि उनके पक्ष में ज्यादा ‘भारतीय’ हैं.  

अमेरिकी चुनाव से पहले ट्रंप के रिइलेक्शन कैंपेन ने भारतीय-अमेरिकी लोगों और साउथ एशियाई समुदायों को लुभाने के लिए कई संगठन लॉन्च किए हैं. इनमें “Indian Voices for Trump”, “Hindu Voices for Trump”, “Sikhs for Trump” और “Muslim Voices for Trump” शामिल हैं.

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