"न्यूक्लियर बम का बटन मेरे ऑफिस के टेबल पर है. यह धमकी नहीं, बल्कि सच्चाई है."
दुनिया को ऐसी धमकियां देने वाले उत्तर कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग अब युद्ध छोड़ शांति की बात कर रहे हैं. उन्होंने न्यूक्लियर मिसाइल टेस्ट को लेकर ऐतिहासिक कदम उठाया है. किम जोंग ने अपने न्यूक्लियर और बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण रोकने का फैसला कर लिया है.
न्यूज एजेंसी योन्हप के मुताबिक, 21 अप्रैल से उत्तर कोरिया परमाणु मिसाइलों और बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण रोक देगा. साथ ही एक न्यूक्लियर टेस्टिंग साइट भी बंद कर देगा. खबरों के मुताबिक उत्तर कोरिया की सत्तारुढ़ वर्कर्स पार्टी की बैठक हुई थी जिसके बाद ये फैसला लिया गया है.
इस मामले पर उत्तर कोरिया का कहना है कि उसने ये कदम अपने राष्ट्रीय विकास के फोकस को बदलने और अपनी अर्थव्यवस्था में सुधार लाने के लिए उठाया है.
बता दें कि किम जोंग बहुत जल्द दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने वाले हैं.
ट्रंप ने किया स्वागत
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के इस फैसले की तारीफ की है. ट्रंप ने ट्वीट किया,
नॉर्थ कोरिया न्यूक्लियर टेस्ट प्रोग्राम रोकने पर राजी हो गया है. यह नॉर्थ कोरिया और दुनिया के लिए बहुत ही अच्छी खबर है. बड़ी कामयाबी! समिट में मिलने का इंतजार है.
उत्तर कोरिया ने किया था 6 बार परमाणु परीक्षण
गौरतलब है कि उत्तर कोरिया ने साल 2017 में कुल 6 बार परमाणु परीक्षण भी किया था. जिससे अमेरिका समेत कई देश नाराज चल रहे थे. यहां तक कि इसे लेकर उत्तर कोरिया पर संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगा दिया था.
उत्तर कोरिया के अंदाज में बदलाव
इससे पहले उत्तर कोरिया ने अपने विरोधी दक्षिण कोरिया से भी बेहतर रिश्ते की पहल की है. उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने अगले हफ्ते होने वाली एक समिट से पहले अपने नेताओं के बीच बातचीत के लिए आज हॉटलाइन सेवा शुरू की. समिट उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम से जुड़ी समस्या का हल निकालने के मकसद से की जा रही है.
हफ्ते भर बाद ही किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन असैन्य क्षेत्र में मिलने वाले हैं. उससे पहले दोनों नेताओं की पहली बार टेलीफोन पर बातचीत करने की योजना है.
किम जोंग के रुख में बदलाव पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा है. सत्ता संभालने के बाद पहली बार उन्होंने विदेश दौरा किया और हाल ही में वो चीन गए. जहां उन्होंने राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. इसके बाद उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री रूस के दौरे पर गए.
ये भी पढ़ें- ट्रंप और किम जोंग सालभर एक-दूसरे को देते रहे गाली, अब मिलेंगे गले
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)