पाकिस्तान के पहले सिख पुलिस ऑफिसर गुलाब सिंह के साथ पर बदसूलकी का मामला सामने आया है. उनका आरोप है कि मंगलवार को लाहौर स्थित उनके घर में कुछ लोगों ने घुसकर हाथापाई की, उनकी पगड़ी उतार दी और उन्हें जबरदस्ती घर से बाहर निकाल दिया.
सोशल मीडिया पर किया दर्द बयां
गुलाब सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर कर अपना दर्द बयां किया है. इसमें उन्होंने कहा 'मेरा साथ ऐसा सलूक किया जा रहा है जैसा चोरों-डाकुओं के साथ किया जाता है. मुझे मेरे घर से घसीटकर बाहर निकाला गया और मेरे घर में ताले लगा दिए गए.' गुलाब सिंह ने आरोप लगाया है कि इस हरकत के लिए पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष तारा सिंह जिम्मेदार है. उन्होंने कहा-
“उन्होंने मुझे मारा, मुझे मेरे बालों से खींच लिया और मेरी पगड़ी भी फेंक दी. अगर वे चाहते थे कि मैं घर खाली कर दूं, तो वे मुझे सिर्फ एक नोटिस भेज सकते थे. उन्होंने कुछ लोगों को खुश करने के लिए ऐसा किया है.”
‘घर पर लगाया लंगर हॉल का बोर्ड’
गुलाब सिंह ने दावा किया है कि उनका परिवार इस घर में देश के बंटवारे के समय से ही रह रहा है. द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, 2016 में गुलाब सिंह ने तारा सिंह के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे.
उन्होंने आरोप लगाया कि तारा सिंह और कुछ अन्य सिख ने बेबे नांकी गुरुद्वारा के विकास के नाम पर अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा से 10 से 15 करोड़ रुपये का डोनेशन इकट्ठा किया था, लेकिन उन्होंने वो पैसे खर्च नहीं किए. सिंह ने दावा किया कि घर से निकाल देने के बाद उनके घर पर लंगर हॉल का बोर्ड लगा दिया गया है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)