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US प्रदर्शन: 4000 से ज्यादा गिरफ्तार, Nike का नस्लवाद पर वीडियो 

कई शहरों में लूटपाट की घटनाएं सामने आईं हैं

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अमेरिका के कई शहरों में 31 मई की रात एक बार फिर जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के विरोध में प्रदर्शन हुए. लोगों ने कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए प्रदर्शन किए. रिपोर्ट्स के मुताबिक, व्हाइट हाउस के बाहर प्रदर्शनकारियों के जमा होने पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कुछ समय के लिए एक भूमिगत बंकर में ले जाया गया था. न्यूज एजेंसी AP का कहना है कि पूरे अमेरिका में 4000 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

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कई शहरों में प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हिंसा के लिए लेफ्ट अतिवादी संगठन एंटीफा को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) रॉबर्ट ओब्रायन ने CNN से बातचीत में हिंसक प्रदर्शनकारियों को 'मिलिटेंट' बताया.

व्हाइट हाउस के पास आगजनी

अटलांटा, शिकागो, डेनवर, लॉस एंजेलेस, सैन फ्रांसिस्को जैसे अमेरिका के कई बड़े शहरों में कर्फ्यू लागू है और पिछले हफ्ते से नेशनल गार्ड्स की तैनाती हो रखी है. इसके बावजूद 31 मई को प्रदर्शन हिंसक हो गए.

AP के मुताबिक, फिलाडेल्फिया में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर बरसाए. व्हाइट हाउस के करीब आगजनी की गई. केंटकी में 1 जून की सुबह पुलिस और नेशनल गार्ड्स की गोली से एक शख्स की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि शख्स जिस समूह में खड़ा था, उसमें से पहले गोली चलाई गई थी.  

कई शहरों में लूटपाट की घटनाएं सामने आईं हैं. दुकानों और गाड़ियों में तोड़फोड़ और लूटपाट की कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं.

Nike ने नस्लवाद के खिलाफ बनाया वीडियो

जॉर्ज फ्लॉयड की मौत और उसके बाद नस्लवाद के खिलाफ अमेरिका में शुरू हुए प्रदर्शन पर स्पोर्ट्सवियर ब्रांड Nike ने एक ऐड बनाया है. ब्रांड ने अपने स्लोगन 'जस्ट डू इट' को बदलकर इस ऐड में 'डोंट डू इट' किया है. Nike ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में एक वीडियो शेयर किया और उसमें नस्लवाद से संबंधित एक मैसेज दिया.

वीडियो में कहा गया, "एक बार के लिए मत करिए. ऐसा दिखावा मत करिए कि अमेरिका में कोई दिक्कत नहीं है. नस्लवाद को अनदेखा मत कीजिए. बेकसूर जानों को छीन लिए जाने को मंजूरी मत दीजिए. कोई और बहाना मत बनाइए. ऐसा मत सोचिए कि इसका आप पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है. ऐसा मत सोचिए कि आप किसी बदलाव का हिस्सा नहीं बन सकते. चलिए हम सब बदलाव का हिस्सा बनते हैं."

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कैसे हुई थी जॉर्ज फ्लॉयड की मौत?

मिनेसोटा राज्य के मिनीपोलिस शहर में जॉर्ज फ्लॉयड को 25 मई को पुलिस ने एक दुकान पर $20 के नकली नोट देने के आरोप में गिरफ्तार किया था. पुलिस का दावा है कि फ्लॉयड गिरफ्तारी में बाधा डाल रहे थे और पुलिस की कार में बैठने से इंकार कर रहे थे. पुलिस ने फ्लॉयड पर 'जानबूझकर गिर जाने' का भी आरोप लगाया है.

एक श्वेत पुलिस अफसर ने फ्लॉयड की गर्दन पर अपना घुटना रख दिया था. वायरल वीडियो में दिखता है कि फ्लॉयड को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी और वो कह रहे थे- मैं सांस नहीं ले पा रहा हूं (I can’t breathe). फ्लॉयड के बेहोश होने के बाद भी पुलिस अफसर उनकी गर्दन पर घुटना रखा रहा. उसके बाद एक एम्बुलेंस में फ्लॉयड को अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

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