Russia-Ukraine Crisis: यूक्रेन में अब रूसी सेना किसी भी वक्त घुसपैठ कर सकती है. रूस के राष्ट्रपति पुतिन (Vladimir Putin) को देश के बाहर सैन्य बलों को तैनात करने के लिए संसद के अपने ऊपरी सदन से हरी झंडी मिल गयी है. रूसी सांसदों ने हालांकि कहा है कि यह एक "शांति व्यवस्था बनाए रखने वाला" मिशन होगा.
गौरतलब है कि व्लादिमीर पुतिनने सोमवार, 21 फरवरी को पूर्वी यूक्रेन के 2 विद्रोही क्षेत्र- लुहांस्क और डोनेट्स्क (Luhansk & Donetsk)- की स्वतंत्रता को मान्यता देने की घोषणा की थी. इसके बाद जब पुतिन ने विदेश में रूसी सेना को तैनात करने की अनुमति मांगी तो संसद के ऊपरी सदन के सांसदों ने सर्वसम्मति से इसके पक्ष में मतदान किया.
वरिष्ठ सांसद आंद्रेई क्लिशास ने चैंबर को बताया की यह निर्णय तत्काल प्रभाव से लागू होता है.
रूस ने डोनेट्स्क और लुहान्स्की के विस्तारित सीमाओं को मान्यता दी है- पुतिन
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने पेस से बात करते हुए पुष्टि की है कि रूस ने पूर्वी यूक्रेन में दो विद्रोही क्षेत्र- लुहांस्क और डोनेट्स्क की विस्तारित सीमाओं को मान्यता दी थी.
"इसका मतलब है कि हमने संविधान सहित उनके सभी मौलिक दस्तावेजों को मान्यता दी है, जहां लिखा है कि उनकी (बॉर्डर) उस समय के हैं जब दोनों क्षेत्र यूक्रेन का हिस्सा थे.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यह भी कहा कि 2015 में हुआ यूक्रेन के साथ मिंस्क शांति समझौता अब मौजूद नहीं है. पुतिन के अनुसार यूक्रेन संकट का "सर्वश्रेष्ठ" समाधान यह होगा कि यूक्रेन अपनी नाटो सदस्यता की महत्वाकांक्षाओं को छोड़ दे और तटस्थ रहे.
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