थाईलैंड के राजा महावजीरालोंगकॉर्न ने राज द्रोह के आरोप में अपनी नई सहचरी सिनीनात से उनके सारे टाइटल और मिलिट्री रैंक वापस ले लिए हैं. साथ ही ये भी कहा जा रहा है कि शाही सहचरी पर रानी सुथिदा के साथ दुश्मनी के भी आरोप हैं.
राजमहल कि ओर से जारी 2 पन्ने के एक स्टेटमेंट में कहा गया है कि 34 वर्षीय सिनीनात ने राजद्रोह किया है और उन्होंने दरबारियों के लिए लागू होने वाला कोड ऑफ कंडक्ट तोड़ा है.
इसमें चौंकाने वाली बात ये है कि खुद मई में अधिकारिक रूप से राजा बने वजीरालोंगकोर्न ने सिनीनात को शाही सहचरी बनाया था और ऐसा लगभग एक सदी में पहली बार हुआ था. रॉयटर्स के मुताबिक साल 1932 में थाईलैंड से संपूर्ण एकाधिपत्य खत्म होने के बाद से ही शाही सहचरी का पद खाली रहा.
राजमहल के स्टेटमेंट में कहा गया है, ’‘शाही सहचरी सिनीनात एहसान फरामोश हैं और उनकी हरकतें ही उनके पद से हटाने का कारण बनी हैं. जो पद उनको मिला है वो उसके लायक नहीं हैं, वो ऐसा सब रानी बनने के लिए कर रही हैं.’’
वजीरालोंगकोर्न ने साल 2016 में पिता की मौत के बाद गद्दी तो संभाली लेकिन उन्हें इसी साल मई में अधिकारिक रूप से राजा घोषित किया गया. अपने राजतिलक से कुछ दिन पहले राजा ने अपनी पर्सनल बॉडीगार्ड की डिप्टी हेड से शादी की और उनको रानी सुथिदा बज्रसुधाबिमलालक्षणा की उपाधि दी.
शाही सहयोगी बनने वाली सिनिनात कौन हैं?
थाईलैंड की शाही सहचरी को 'कोई' के नाम से भी जाना जाता है. राजा ने अपने 67वें जन्मदिन पर सिनीनात को शाही सहचरी की उपाधि दी. सिनिनात सेना में मेजर जनरल रैंक पर रहीं हैं और आर्मी में बतौर नर्स भी काम कर चुकीं हैं.
सिनीनात की कई तस्वीरें ऑनलाइन वायरल हुईं जिनमें वो कभी जेट उड़ाती तो कभी खतरनाक हथियार चलाते हुईं नजर आईं. सिनीनात को राजा का करीबी माना जाता था लेकिन राजा से बेवफाई और रानी बनने की महत्वाकांक्षा ने उनका बेड़ा गर्क कर दिया.
(इनपुट रॉयटर्स)
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